* जो मनुष्य प्रतिदिन प्रात:काल उठकर गाय, घी, दही, सरसों तथा राई का स्पर्श करता है, वह पाप से मुक्त हो जाता है। लक्ष्मी को चाहने वाला मनुष्य घी को जूठे हाथों से न छुए।
* गौओं को सदा दान करना चाहिए। उनकी रक्षा करना चाहिए तथा उनका पालन-पोषण करना चाहिए। जो मनुष्य गौओं की सेवा करता है, उसे गौएं अत्यंत दुर्लभ वर प्रदान करती हैं। वह पुत्र धन, विद्या, सुख आदि जिस-जिस वस्तु की इच्छा करता है वह सब उसे प्राप्त हो जाती है।
* एक वस्त्र धारण करके न तो भोजन करें, न यज्ञ करें, न अग्नि में आहुति दें, न स्वाध्याय करें, न पितृ तर्पण करें और न देवार्चन ही करें।