कौन-कौन जा सकता है करतारपुर साहिब?
करतारपुर साहिब गुरुद्वारा जाने के लिए मुख्य रूप से भारतीय नागरिकों को विशेष अनुमति दी जाती है। भारतीय पासपोर्ट धारक ही इस यात्रा में भाग ले सकते हैं, चाहे वे किसी भी धर्म या संप्रदाय के हों। इसका मतलब यह है कि सिख धर्म के अलावा हिंदू, मुस्लिम, जैन और अन्य धर्मों के लोग भी इस यात्रा का हिस्सा बन सकते हैं। बस उन्हें भारतीय नागरिक होना चाहिए और पासपोर्ट अनिवार्य रूप से होना चाहिए।
करतारपुर साहिब यात्रा की फीस कितनी है?
करतारपुर कॉरिडोर के माध्यम से जाने के लिए यात्रियों को एक शुल्क का भुगतान करना होता है। वर्तमान में, इस यात्रा के लिए पाकिस्तान सरकार प्रति यात्री $20 (लगभग 1500 रुपए) का शुल्क लेती है। हालांकि, यह शुल्क समय-समय पर बदल सकता है, इसलिए यात्रा से पहले इसकी जांच करना उचित होता है।
करतारपुर साहिब की यात्रा के लिए आवश्यक दस्तावेज
पासपोर्ट: भारतीय नागरिकों के पास वैध भारतीय पासपोर्ट होना चाहिए।
रजिस्ट्रेशन: यात्रियों को भारत सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर यात्रा के लिए पंजीकरण करना होता है।
अनुमति पत्र: पंजीकरण के बाद, यात्रियों को यात्रा अनुमति पत्र जारी किया जाता है, जिसे यात्रा के दौरान प्रस्तुत करना अनिवार्य है।
करतारपुर यात्रा के मुख्य निर्देश
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यात्री केवल सुबह से शाम तक इस यात्रा का हिस्सा बन सकते हैं।
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करतारपुर साहिब में ठहरने की अनुमति नहीं है; यात्रियों को उसी दिन वापस लौटना होता है।
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फोटो और वीडियो लेने के लिए कुछ स्थानों पर विशेष अनुमति की आवश्यकता होती है।
करतारपुर साहिब यात्रा के मुख्य आकर्षण
करतारपुर साहिब यात्रा के दौरान आप न केवल गुरु नानक देव जी के ऐतिहासिक स्थान को देख सकते हैं, बल्कि यहां के शांत और पवित्र वातावरण का भी अनुभव कर सकते हैं। यहां की धार्मिक रीतियों और संगत के साथ मिलकर श्रद्धालु एक विशेष अनुभूति का अनुभव करते हैं।