प्रेम गीत : मेरी जिंदगी...

मोहनी तेरी मूरति,
सुहानी है सूरति।
मेरी जिंदगी पर,
तरस खाइएगा।


 
 
मुहब्बत के शब्दों को,
मैं लिख रहा हूं।
मेरे गीत को तुम,
जरूर गाइएगा।
 
मचलती हैं आंखें,
फिदा हो गया हूं।
मेरे दर पे एक बार,
जरूर आइएगा।
 
कभी इतना चंचल,
दिल न हुआ था।
कसम है खुदा,
न इतना फिदा था।
 
मेरी भूख बढ़ती चली जा रही है,
मेरी बात को मत ठुकराइएगा।
 

वेबदुनिया पर पढ़ें