यूक्रेन पर रूस के हमले के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की 193 सदस्यीय महासभा (UNGA) का आपातकालीन विशेष सत्र आहूत करने पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में हुए मतदान में भारत ने भाग नहीं लिया। हालांकि, नई दिल्ली ने बेलारूस की सीमा पर बातचीत करने के मास्को और कीव के फैसले का स्वागत किया।
तीन दिनों के अंदर यह दूसरा मौका है, जब भारत ने संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन संकट पर वोटिंग से परहेज किया हो। इससे दो दिन पहले यूक्रेन के खिलाफ रूसी हमले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के एक प्रस्ताव को रूस ने वीटो के जरिए बाधित कर दिया था।
सत्र आहूत करने के लिए मतदान प्रक्रिया के दौरान सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्य- चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका अपनी वीटो शक्ति का इस्तेमाल नहीं कर सकते थे।