क्या अमेरिका- यूरोप को 30 मिनट से कम समय में तबाह कर सकता है रूस? एलन मस्क के ट्वीट से उठे सवाल
शनिवार, 15 अक्टूबर 2022 (10:09 IST)
वॉशिंगटन। टेस्ला के मालिक और दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क ने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर दावा किया कि रूस 30 मिनट से भी कम समय में अमेरिका और यूरोप को तबाह कर सकता है। ऐसी ही ताकत अमेरिका के पास भी है। एलन मस्क के ट्वीट पर बवाल मच गया।
मस्क ने ट्विटर पर एलेक्स नाम के यूजर के साथ अपनी बातचीत में रूस की परमाणु ताकत के बारे में बताया है। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से कोई भी समझदार व्यक्ति परमाणु युद्ध शुरू नहीं करेगा? लेकिन यह स्थिति भी पागलपन से कम नहीं है। लेकिन इस तर्क के साथ समस्या यह है कि यदि हम समझदार लोगों के साथ डील कर रहे होते, तो दुनिया में कहीं पर भी युद्ध होता ही नहीं।
उन्होंने आगे लिखा कि रूस के पास 30 मिनट से भी कम समय में अमेरिका और यूरोप को परमाणु मिसाइलों से पूरी तरह नष्ट करने की क्षमता है। अमेरिका और यूरोप भी ऐसी ही परमाणु क्षमता रखते हैं। आश्चर्यजनक यह है कि बड़ी संख्या में लोग इस तथ्य को नहीं जानते।
It's funny how some are claiming Russia would never use a nuclear weapon in any circumstance while others are skeptical as to whether Russia even has a nuclear arsenal — We live in mad-MAD world. https://t.co/2U1PNrK1DP
इस पर एलेक्स ने कहा कि यह हास्यास्पद है कि कैसे कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि रूस कभी भी किसी भी परिस्थिति में परमाणु हथियार का उपयोग नहीं करेगा, जबकि अन्य को संदेह है कि क्या रूस के पास परमाणु शस्त्रागार भी है। हम पागल-पागल दुनिया में रहते हैं।
उल्लेखनीय है कि नाटो देशों की बढ़ती सक्रियता और यूक्रेन से जारी जंग के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन लगता है आरपार की लड़ाई के मूड में आ गए हैं। रूस ने नाटो देशों के बॉर्डर से सिर्फ 20 मील की दूरी पर 11 परमाणु बमवर्षक विमान तैनात कर दिए हैं। ये बमवर्षक कम दूरी की 12 परमाणु मिसाइलों को ले जा सकते हैं।
अमेरिकी सैटेलाइट ऑपरेटर प्लैनेट लैब्स की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक में नॉर्वे के बॉर्डर से 20 मील से भी कम दूरी पर रूसी TU-160 और TU-95 परमाणु बमवर्षक विमानों की तैनाती कर दी गई है। टीयू-160 को रूस का सबसे घातक विमान माना जाता है।
रूसी सिक्योरिटी काउंसिल के डिप्टी सेक्रेटरी अलेक्जेंडर वेनेदिकतोव ने कहा कि यदि यूक्रेन नाटो में शामिल हुआ तो ये तीसरे विश्वयुद्ध की शुरुआत होगी।