ऑपरेशन गंगा : 24 घंटे में 6 विमानों से भारत आए 1377 भारतीय, अब भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं 7000

बुधवार, 2 मार्च 2022 (10:04 IST)
नई दिल्ली। यूक्रेन से भारतीय को लाने के लिए एयर इंडिया को भारतीय वायुसेना का भी साथ मिल गया है। पिछले 24 घंटों में 6 विमानों में 1377 से ज्यादा लोगों की स्वदेश वापसी हुई है। हालांकि यूक्रेन में अभी भी 7000 लोग फंसे हुए हैं।
 
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर कहा कि पोलैंड से आई पहली फ्लाइट समेत पिछले 24 घंटों में 6 विमान भारत आए हैं। इनमें युक्रेन से 1377 लोगों को भारत लाया गया है।
 

#OperationGanga developments.

Six flights have now departed for India in the last 24 hours. Includes the first flights from Poland.

Carried back 1377 more Indian nationals from Ukraine.

— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) March 2, 2022
भारत सरकार के 4 मंत्री यूक्रेन से लगी 4 देशों की सीमाओं पर डटे हुए हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया और मालदोवा, किरण रिजिजू स्लोवाकिया, हरदीप सिंह पूरी हंगरी में ऑपरेशन गंगा की कमान संभाले हुए हैं। हर हाल में भारतीयों को जल्द से जल्द सुरक्षित भारत पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। भारतीय वायुसेना का सी 17 ग्लोबमास्टर विमान भी भारतीयों को लाने के लिए रोमानिया की उड़ान भर चुका है। 
 
रूस हमले का सबसे ज्यादा असर कीव और खारकीव में ही दिखाई दे रहा है। कीव से सभी भारतीयों को निकाला जा चुका है। वहां पर स्थि‍त भारतीय दूतावास को बंद भी कर दिया गया है। खारकीव से भारतीयों को निकालने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
 
उल्लेखनीय है कि यूक्रेन के खारदीव में फंसे हुए भारतीयों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई लोगों के पास पीने का पानी तक नहीं बचा है। रूसी बमबारी में मंगलवार को नवीन एसजी नामक भारतीय छात्र की मौत हो गई थी। उसके शव को भारत लाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं।  
 
इस बीच विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने भी कहा कि हम जल्दी से जल्दी अपने नागरिकों को संघर्ष क्षेत्र से बाहर निकालेंगे और नवीन शेखरप्पा की बॉडी वापस लाएंगे, हम इसे लेकर लोकल अथॉरिटी के संपर्क में हैं।
 
विदेश सचिव ने कहा कि भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए बुखारेस्ट और बुडापेस्ट के अलावा अगले 3 दिन में 26 फ्लाइट शेड्यूल हैं। उन्होंने कहा कि हमने जब अपनी पहली एडवाइजरी जारी की थी उस समय यूक्रेन में लगभग 20,000 भारतीय छात्र थे, तब से लगभग 12,000 छात्र यूक्रेन छोड़ चुके हैं। बाकी बचे 40% छात्रों में से लगभग आधे संघर्ष क्षेत्र में हैं और आधे यूक्रेन के पश्चिमी बॉर्डर पर पहुंच गए हैं या उसकी तरफ बढ़ रहे हैं।
 

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