Russia Ukraine War: यूक्रेन के राष्ट्रपति बोले- पुतिन से बातचीत को तैयार, जंग नहीं थमी तो तीसरा विश्व युद्ध तय
सोमवार, 21 मार्च 2022 (00:02 IST)
कीव। रूस और यूक्रेन में लगातार 25वें दिन युद्ध जारी है। रूसी सेना ने सोमवार को एक बार फिर लंबी दूरी की हाइपरसोनिक और क्रूज मिसाइलों से यूक्रेनी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि मैं पुतिन (रूस के राष्ट्रपति) के साथ बातचीत के लिए तैयार हूं, लेकिन अगर यह बातचीत विफल होती है, तो तीसरा विश्व युद्ध हो सकता है।
इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि बंदरगाह शहर मारियुपोल पर हमला इतिहास में दर्ज होगा क्योंकि रूसी सैनिकों ने जो किया वह युद्ध अपराध है। जेलेंस्की ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि एक शांतिपूर्ण शहर पर आक्रमण करने वालों ने जो किया, वह एक ऐसा आतंक है जिसे आने वाली सदियों तक याद किया जाएगा। रूसी सैनिक भीतरी क्षेत्र तक पहुंच गए हैं और शहर में भारी गोलाबारी के कारण इस्पात के एक बड़े संयंत्र को बंद करना पड़ा।
यूक्रेन के अधिकारियों ने रविवार को कहा कि रूसी सेना ने बंदरगाह शहर मारियुपोल में एक कला स्कूल पर बमबारी की है, जिसमें कम से कम 400 लोगों ने शरण ली हुई थी। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि रूसी कार्रवाई को आने वाली सदियों तक याद रखा जाएगा।
एक हफ्ते के अंदर यह दूसरा मौका है जब रूस ने ऐसी इमारत को निशाना बनाया गया, जहां आम नागरिकों ने शरण ले रखी थी। इससे पहले रूसी सैनिकों ने बुधवार को मारियुपोल में एक थिएटर पर भी बमबारी की थी। माना जा रहा है कि उसके भीतर करीब 1300 लोग थे।
कला स्कूल पर कथित हमले में हताहतों की संख्या पर तत्काल कोई जानकारी नहीं मिली है। इससे पहले अधिकारियों ने बताया था कि थिएटर पर बमबारी के बाद 130 लोगों को निकाला गया था।
रूसी सैनिक सामरिक रूप से अहम बंदरगाह शहर मारियुपोल पर तीन हफ्तों से बमबारी कर रहे हैं और शहर की स्थिति काफी खराब हो गयी है। कम से कम 2,300 लोग मारे गए हैं और उनमें से कुछ को सामूहिक कब्रों में दफनाया गया है। शहर में भोजन, पानी और बिजली की किल्लत हो गयी है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि मारियुपोल पर आक्रमण इतिहास में दर्ज होगा। जेलेंस्की ने वीडियो के माध्यम से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, एक शांतिपूर्ण शहर पर आक्रमण करने वालों ने जो किया, वह एक ऐसा आतंक है जिसे आने वाली सदियों तक याद किया जाएगा।
रूसी सेनाओं ने पहले ही मारियुपोल का संपर्क अजोव सागर से काट दिया है और एक प्रमुख इस्पात संयंत्र को नष्ट कर दिया है। मारियुपोल का पतन रूस के लिए महत्वपूर्ण लेकिन महंगी जीत होगी। उसकी सेना दूसरे प्रमुख शहरों के बाहर तीन सप्ताह से अधिक समय से रुकी हुयी है। रूस का यह अभियान दूसरे विश्व युद्ध के बाद यूरोप में सेना की सबसे बड़ी जमीनी कार्रवाई है।
यूक्रेन के प्रमुख शहरों पर रूसी बमबारी में सैकड़ों पुरुष, महिलाएं और बच्चे मारे गए हैं। वहीं, लाखों नागरिक भूमिगत आश्रयों में हैं या देश से बाहर चले गए हैं। राजधानी कीव में एक अस्थायी अनाथालय में कम से कम 20 बच्चे फंसे हुए हैं। कुछ दिनों से इन बच्चों की देखभाल वहां की नर्स कर रही हैं, जो लगातार बमबारी के कारण बाहर नहीं निकल सकीं।
रूसी सेना ने शनिवार को कहा कि उसने युद्ध में पहली बार अपनी नवीनतम हाइपरसोनिक मिसाइल का इस्तेमाल किया। मेजर जनरल इगोर कोनाशेनकोव ने कहा कि किंजल मिसाइलों ने वानो-फ्रैंकिवस्क के पश्चिमी क्षेत्र में यूक्रेन की मिसाइलों और विमान से दागे जाने वाले गोला-बारूद के एक भूमिगत गोदाम को नष्ट कर दिया।
यह मिसाइल ध्वनि से 10 गुना अधिक गति से 2,000 किलोमीटर दूर लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। हालांकि, अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिका हाइपरसोनिक मिसाइल के इस्तेमाल की पुष्टि नहीं कर सकता।
यूक्रेन की ओर से मिल रहे अप्रत्याशित प्रतिरोध ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की जल्दी ही जीत होने की उम्मीदों को धराशायी कर दिया है। उन्होंने अपने सैनिकों को 24 फरवरी को यूक्रेन पर आक्रमण करने का आदेश दिया था।
युद्ध शुरू होने के बाद से संयुक्त राष्ट्र के संगठनों ने 847 से अधिक नागरिकों की मौत की पुष्टि की है, हालांकि वे मानते हैं कि वास्तविक संख्या बहुत अधिक होने की आशंका है। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि 33 लाख से अधिक लोग यूक्रेन से पलायन कर गए हैं।
मारियुपोल नगर परिषद ने दावा किया कि रूसी सैनिकों ने शहर के हजारों निवासियों ज्यादातर महिलाओं और बच्चों को रूस में जबरन स्थानांतरित कर दिया। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि लोगों को कहां ले जाया गया और एपी इस दावे की तुरंत पुष्टि नहीं कर सकता।
कुछ रूसी नागरिक भी असंतुष्टों के खिलाफ कार्रवाई के बीच अपने देश से भाग गए हैं। यूक्रेन पर हमला शुरू होने के बाद से पुलिस ने हजारों युद्ध-विरोधी प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है। वहीं सरकारी एजेंसियों ने स्वतंत्र मीडिया पर रोक लगा दी है और फेसबुक तथा ट्विटर जैसी सोशल मीडिया साइटों तक पहुंच को भी बंद कर दिया है।
इस बीच, जेलेंस्की ने उन 11 राजनीतिक दलों की गतिविधियों को निलंबित करने का आदेश दिया है, जिनके संबंध रूस से हैं। एक वीडियो संबोधन में जेलेंस्की ने कहा कि रूस द्वारा शुरू किए गए व्यापक युद्ध और रूस के साथ कुछ राजनीतिक दलों के संबंधों को देखते हुए कई राजनीतिक दलों की गतिविधियों को मार्शल कानून की अवधि तक निलंबित किया गया है। उन्होंने कहा कि कलह के उद्देश्य से राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा की जाने वाली गतिविधियां सफल नहीं होंगी।