यहां की मुख्य विपक्षी पार्टी चाडेमा ने दावा किया है कि देश भर में पिछले तीन दिनों तक चले हिंसक विरोध प्रदर्शनों में लगभग 700 लोग मारे गए हैं। चाडेमा ने सत्तारूढ़ दल सीसीएम (CCM) पर चुनाव में धांधली करने और नतीजे बदलने का आरोप लगाया है। सरकार की ओर से मृतकों की संख्या के बारे में न तो कोई पुष्टि की गई है और न ही किसी तरह का खंडन सामने आया है। संयुक्त राष्ट्र ने 10 मौतों की रिपोर्ट प्राप्त होने की बात कही है। वहीं, एमनेस्टी इंटरनेशनल ने मौतों की संख्या बहुत अधिक होने की आशंका जताई है।
इंटरनेट बंद, कर्फ्यू लगाया : रिपोर्ट्स के मुताबिक तंजानिया की वाणिज्यिक राजधानी दार-ए-सलाम, म्वांजा और डोडोमा सहित देश के कई अन्य हिस्सों में प्रदर्शन हुए और झड़पें हुईं। हिंसा भड़कने के बाद, सरकार ने तुरंत इंटरनेट ब्लैकआउट कर दिया, कर्फ्यू लगा दिया और शहरों में सेना को तैनात कर दिया। विपक्षी दल चुनाव के नतीजों को रद्द करने और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए एक अंतरिम सरकार के गठन की मांग कर रहे हैं। मृतकों की संख्या सबसे ज्यादा दारे सलाम में बताई गई है।
संयुक्त राष्ट्र ने तंजानियाई अधिकारियों से संयम बरतने और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ अनावश्यक या अत्यधिक बल प्रयोग से बचने की अपील की है। यह स्थिति तंजानिया के लिए एक बड़ा राजनीतिक संकट है, जहां चुनावों से पहले ही विपक्षी नेताओं की गिरफ्तारी और दमन की खबरें आ रही थीं।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala