क्या इच्छाधारी नाग होते हैं, जानिए इस सच को (वीडियो)

शुक्रवार, 18 नवंबर 2016 (15:14 IST)
भारत में नागों की सबसे ज्यादा प्रजातियां पाई जाती है। प्राचीनकाल से लोकमानस में यह प्रचलित है कि एक ऐसा नाग होता है जो कि इच्छाधारी होता है अर्थात जो किसी का भी रूप धारण कर सकता है। हिन्दू धर्म में नाग पूजा का प्रचलन प्राचीनकाल से ही रहा है। हिन्दू पौराणिक ग्रंथों, किस्से, कहानियों आदि में कई तरह के नागों के बारे में उल्लेख मिलता है।

 
हिन्दू पौराणिक कथाओं में यह एक ऐसा कोबरा जाति का सांप होता है जो 100 वर्ष की उम्र पूर्ण करने के बाद रूप बदलने की क्षमता प्राप्त कर लेता है और फिर वह सैंकड़ों वर्षों तक जीवित रहता है। ऐसी किंवदंती भी है कि नागों में कुछ ऐसे नाग भी होते हैं जो सभी तरह का ज्ञान रखते हैं। जिस तरह इंसानों में सिद्ध संत होते हैं उसी तरह नागों में सिद्ध नाग होते हैं जो किसी के भी शरीर का इस्तेमाल करके इंसानों का भला करते हैं। भारत के बहुत से ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ विशेष लोगों के शरीर में नाग देवता सवारी के रूप में आते हैं और देशभर में नागों के कई मंदिर हैं। माना जाता है कि इच्‍छाधारी नाग के पास एक मणि भी होती है।

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हिन्दू पौराणिक मान्यता के अनुसार मनुष्य और 84 लाख योनियों के जीवों में कुछ ऐसे जीव होते हैं जो कि रहस्यमयी हैं। उनमें से एक नाग भी है। प्राचीन काल में 30 से 40 फुट तक के नाग होते हैं। श्रीकृष्ण ने जिस नाग अगासुर को मारा था वह करीब इतना ही बड़ा था। पौराणिक ग्रंथों में नागवंश और नागकन्याओं का जिक्र भी मिलता है। महाभारत में उल्लेखित है कि पांडु पुत्र अर्जुन ने नागकन्या उलूकी से विवाह किया था। भीम के पुत्र घटोत्कच का विवाह भी एक नागकन्या से ही हुआ था जिसका नाम अहिलवती था और जिसका पुत्र वीर योद्धा बर्बरीक था। लेकिन ये नागकन्याएं इच्छाधारी नहीं थी।
 
लेकिन विज्ञान और सर्प विशेषज्ञ मानते हैं कि इच्छाधारी नागिन का चरित्र पूरी तरह से काल्पनिक है। हालांकि वैज्ञानिक यह तो कहते हैं कि सांप विश्व का सबसे रहस्यमय प्राणी है। यूट्यूब पर आपको इच्छाधारी नाग या नागिन के कई वीडियो मिल जाएंगे, लेकिन यह कोई नहीं जानता है कि इच्छाधारी नाग होते भी है या कि यह एक कपोलकल्पना है?

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