पुराणों अनुसार भगवान विष्णु के नाभिकमल से आविर्भूत चतुर्मुख प्रजापति ब्रह्मा की उत्पत्ति हुई। फिर ब्रह्मा के 17 पुत्र और एक पुत्री शतरुपा का जन्म हुआ। ब्रह्मा के उक्त 17 पुत्रों के अलावा भी उनके भिन्न-भिन्न परिस्थितिवश पुत्रों का जन्म हुआ।
ब्रह्मा के पुत्र : विष्वकर्मा, अधर्म, अलक्ष्मी, आठवसु, चार कुमार, 14 मनु, 11 रुद्र, पुलस्य, पुलह, अत्रि, क्रतु, अरणि, अंगिरा, रुचि, भृगु, दक्ष, कर्दम, पंचशिखा, वोढु, नारद, मरिचि, अपान्तरतमा, वशिष्ट, प्रचेता, हंस, यति आदि मिलाकर कुल 59 पुत्र थे ब्रह्मा के।
ब्रह्मा के प्रमुख पुत्र : 1.मन से मारिचि। 2.नेत्र से अत्रि। 3.मुख से अंगिरस। 4.कान से पुलस्त्य। 5.नाभि से पुलह। 6.हाथ से कृतु। 7.त्वचा से भृगु। 8.प्राण से वशिष्ठ। 9.अंगुष्ठ से दक्ष। 10.छाया से कंदर्भ। 11.गोद से नारद। 12.इच्छा से सनक, सनन्दन, सनातन और सनतकुमार। 13.शरीर से स्वायंभुव मनु और शतरुपा। 14.ध्यान से चित्रगुप्त।