भारत में कई महान वैज्ञानिक हुए जैसे कणाद ऋषि, भारद्वाज ऋषि, बौधायन, भास्कराचार्य, वराहमिहिर, पतंजलि, चरक, सुश्रुत, पाणिनी, महर्षि अगस्त्य आदि। इन्हीं में से एक थे महान वैज्ञानिक नागार्जुन। महान रसायनशास्त्री नागार्जुन का जन्म संभवत: दूसरी शताब्दी में महाराष्ट्र के विदर्भ प्रदेश में हुआ था।
रसायनशास्त्री व धातुकर्मी होने के साथ-साथ इन्होंने अपनी चिकित्सकीय सूझ-बूझ से अनेक असाध्य रोगों की औषधियां तैयार कीं। चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में इनकी प्रसिद्ध पुस्तकें 'कक्षपुटतंत्र', 'आरोग्य मंजरी', 'योग सार' और 'योगाष्टक' हैं।
पश्चिमी देशों में नागार्जुन के पश्चात जो भी प्रयोग हुए उनका मूलभूत आधार नागार्जुन के सिद्धांत के अनुसार ही रखा गया। नागार्जुन की जन्म तिथि एवं जन्मस्थान के विषय में अलग-अलग मत हैं। एक मत के अनुसार इनका जन्म 2री शताब्दी में हुआ था तथा अन्य मतानुसार नागार्जुन का जन्म सन् 931 में गुजरात में सोमनाथ के निकट दैहक नामक किले में हुआ था। बौद्धकाल में भी एक नागार्जुन थे।