चौबीस अवतारों के नाम:- आदि परषु, चार सनतकुमार, वराह, नारद, नर-नारायण, कपिल, दत्तात्रेय, याज्ञ, ऋषभ, पृथु, मतस्य, कच्छप, धनवंतरी, मोहिनी, नृसिंह, हयग्रीव, वामन, परशुराम, व्यास, राम, बलराम, कृष्ण, बुद्ध और कल्कि। उक्त में से 10 को प्रमुख माना गया है। यहां प्रस्तुत है आठ अवतारों के जन्म समय और स्थान के बारे में संक्षिप्त जानकारी
1.श्रीमत्स्य अवतार:- अवतरण तिथि चैत्र शुक्ल तृतीया, समय मध्याह्नोत्तर, स्थान कृतमाला तट। मलय पर्वत से निकली कृतमाला नदी दक्षिण भारत में बहती है। इस नदी के तट पर तपस्यारत राजा सत्यव्रत को प्रसन्न करने के लिए भगवान मत्स्य प्रथम बार इसी नदी से प्रकट हुए थे। दक्षिण भारत का पावन नगर मदुरई इसी के तट पर बसा है जो दक्षिण भारत का मथुरा कहा जाता है। इस नदी को कुछ विद्वान 'वेगा' या 'वेगवती' कहते हैं।
2.श्रीकूर्म (कच्छप) अवतार:- अवतरण तिथि वैशाख शुक्ल पूर्णिमा, समय सायंकाल, स्थान क्षीरसागर। कूर्म अवतार में भगवान विष्णु ने समुद्रमंथन के समय मंदराचल पर्वत को अपने कवच पर संभाला था। यह सागर सप्तमहाद्वीपों में से एक कौंच महाद्वीप के चतुर्दिक में स्थित है।