सावधान! अगर करेंगे ये 3 काम तो हो जाएंगे बर्बाद

अच्छा होना या बनना बहुत ही कठिन कार्य है। व्यक्ति को नकारात्मक बातें फ्री में मिलती है और वह भी चारों ओर से। बचपन से लेकर आज तक आपने बुराइयों को देखा और हो सकता है कि आप बुराइयों में इन्वॉल्व भी रहे होंगे। आपको मालूम है कि आपको कोई देखने और सुनने वाला नहीं है लेकिन यह आपकी बहुत बड़ी भूल है।
 
लालच, मजा और स्वार्थ के लिए व्यक्ति हर वह कार्य करने के लिए तैयार रहता है जो उसने कभी जिंदगी में नहीं किए होंगे। कुछ लोग यह सोचते हैं कि हम तो बुराइयों से दूर रहते हैं लेकिन मौका मिलते पर वे भी हाथ साफ करने में चुकते नहीं हैं। आपने यदि जीवन में 100 पुण्य कर्म किए होंगे तो वह एक ही बार के पाप करने से नष्ट हो सकते हैं। 
 
व्यक्ति कई बार ऐसे काम कर लेता है जिससे उसके सारे पुण्य खत्म हो जाते हैं। वाल्मीकि रामायण में ऐसे ही तीन कामों के बारे में बताया गया है कि जिससे व्यक्ति का जीवन बर्बाद हो जाता है। 
 
परस्वानां च हरणं परदाराभिमर्शनम्।
सुह्मदयामतिशंका च त्रयो दोषाः क्षयावहाः।। वाल्मिकी रामायण
दूसरों की वस्तु हड़पना : प्रत्येक व्यक्ति के भीतर एक चोर बैठा हुआ है जो लालच से पैदा होता है। हर कोई दूसरों की वस्तु हड़पना चाहता है। कहते हैं कि दूसरे की थाली में घी ही घी नजर आता है। हमेशा व्यक्ति दूसरों के सुख को देखकर दुखी भी होता है। ऐसे में कई लोग दूसरों की वस्तु को हड़पने के लिए छल, कपट और युक्ति का सहारा लेते हैं।
 
चुराई गई वस्तु से कभी सुख नहीं मिलता अपितु उससे व्यक्ति को नुकसान झेलना पड़ता है। चोरी करने और उसका साथ देने वाले व्यक्ति को तामिस्र नामक नरक में दुःख भोगना पड़ता है। जो व्यक्ति यह सोचता है कि मुझे चुराते हुए किसी ने भी नहीं देखा यह उसकी भूल है। सूक्ष्म जगत में ऐसे हजारों लोग हैं जो यह देख रहे हैं। सबसे बड़ा तो वह ईश्वर है जिसके मंदिर तुम जाते हो।
पराई स्त्री पर बुरी नजर : आपके मन में क्या चल रहा है यह सबकुछ रिकार्ड हो रहा है। आपकी आंखें किसे देखकर क्या सोच रही है यह भी ईथर माध्यम में दर्ज होता जा रहा है। अक्सर लोग दूसरों की स्त्री के बारे में बुरे खयाल रख सकते हैं लेकिन बुरी नजर वाले को देखने वाला भी कोई होता है यह वे नहीं जानते हैं।
 
कई पुरुष या स्त्रियां सही-गलत को न देखते हुए पराई स्त्री या पुरुष से संबंध बना लेते हैं यह उस व्यक्ति के साथ धोखा है जिससे आपने सात फेरे लेकर सात वचन पढ़े थे। निश्चित ही आपको इसकी सजा उस वक्त भले ही न मिले लेकिन कालपुरष सब देख रहा है और वह न्याय भी करेगा। धर्म ग्रंथों में इसे महापाप माना गया है। ग्रंथों के अनुसार इस पाप का प्रायश्चित किसी भी तरह नहीं होता। ऐसे काम करने वालों को इसके परिणाम झेलने पड़ते हैं।
 
पराई स्त्री या पराए पुरुष के साथ संबंध बनाने वाले को जयंती नामक नरक में उनके पापों की सजा मिलती है। पुराणों अनुसार पराई स्त्री और पराए अन्न का सेवन करने वाला पुरुष संदर्श नरक में डाला जाता है।
 
विश्वासघात : विश्वासघात उसी के साथ होता है जो किसी पर अंधा बनकर विश्वास कर लेता है लेकिन कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जो अपनों को भी नहीं छोड़ते हैं। दोस्तों, परिजनों और रिश्तेदारों को को धोखा देने वाले एक दिन पछताते जरूर हैं।
 
अधिकतर लोग अपने दोस्त, परिजन और रिश्तेदारों पर सहज और अत्यधिक विश्वास करते हैं। ऐसे लेगों को साथ धोखा देना या उनका विश्वास तोड़ना महापाप होता है। क्योंकि जब ऐसे लोगों का विश्वास टूटता है तो उनके दुख की पीड़ा इतनी गहरी होती है कि उनकी आवाज ईश्वर तक तुरंत ही पहुंच जाती है। ऐसा करके व्यक्ति कुछ समय के लिए तो लाभ पा लेता है लेकिन बाद में उसे इसके परिणाम झेलने पड़ते हैं। व्यक्ति के इस प्रकार के कार्य से भगवान हमेशश के लिए रुष्ट हो जाते हैं। जिससे व्यक्ति को जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। 
 

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