भारतीय नीति और धर्मशास्त्रों में कई बातों का उल्लेख मिलता है। उन्हीं में से 6 ऐसी बातें हम आपके लिए निकालकर लाए हैं जिससे घर-गृहस्थी में उथल-पुथल मच जाती है या बर्बादी हो जाती है। यदि आप इनका ध्यान रखेंगे तो बर्बादी से बच जाएंगे।
1. बुद्धिहीन पुत्र-पुत्री
यदि आपका पुत्र या पुत्री बुद्धिहीन है तो वह निश्चित ही बुरी संगति में पड़कर बुरे कार्य, गलत आचरण और गंदे चरित्र वाला बन जाएगा या बन जाएगी। इससे परिवार की धन-संपत्ति नष्ट हो जाती है। उसके कारण परिवार लज्जित तो होता ही है, साथ ही संकट में भी पड़ जाता है।
2. कलहप्रिय स्त्री
हर बात पर कलह करने वाली महिला से गृहस्थी का सुख-चैन चला जाता है। इससे सभी के मन में कटुता बढ़ती जाती है। मन हमेशा अशांत रहता है और किसी भी काम में मन नहीं लगता है। ऐसे घर में लक्ष्मी कभी नहीं आती है। धन संपत्ति धीरे-धीरे नष्ट हो जाती है।
3. रोगी या बीमार
उचित खानपान नहीं होने और कसरत नहीं करने से घर में हर तरह के रोग का प्रवेश हो जाता है। यदि घर में कोई व्यक्ति बार-बार बीमार होता है, तो परिवार के हर सदस्य पर इसका मानसिक, शारीरिक और आर्थिक रूप से बुरा असर पड़ता है। अत: बीमारी न हो, इसके पहले से ही उपाय किए जाना चाहिए।
4. दरिद्रता
घर का साफ-सुथरा न होना, परिवार के सदस्यों का नियमित रूप से स्नान और पवित्रता का ध्यान न रखना, हर समय कटु वचन बोलना और बुरे लक्षण रखना- ये सभी दरिद्रता को आमंत्रित करते हैं। इससे परिवार पर विपत्तियों का पहाड़ टूट पड़ता है। ऐसे में समझ नहीं आता है कि अब क्या करें? दरिद्रों का कोई साथ भी नहीं देता है।
5. तामसिक भोजन
तामसिक भोजन के कई अर्थ हैं। आप इतना ही समझें कि अशुद्ध भोजन और पानी से कई तरह की परेशानियां खड़ी होती हैं। आहार शुद्धि ही तन, मन, व्यवहार और विचार को पवित्र बनाती है। कहते भी हैं कि 'जैसा खाओगे अन्न वैसा बनेगा मन।'
6. कलंक
घर के किसी भी व्यक्ति के गलत आचरण, चरित्र से लगा कलंक परिवार में बिखराव ला सकता है, क्योंकि परिवार के सभी सदस्यों की प्रतिष्ठा और मान-सम्मान एक-दूसरे से जुड़े होते हैं।
तो यह थी नीति और धर्मशास्त्रों की कुछ महत्वपूर्ण बातें जिन्हें समझकर आप अपने जीवन में सावधानी रखेंगे तो गृहस्थ जीवन का आनंद उठा सकेंगे अन्यथा बर्बाद हो जाएंगे।