देवी-देवताओं के अष्ट अवतार, जानिए

ऐसे कई देवी और देवता हैं जिनके अष्ट कुल या अष्टावतार या अष्ट अवतार या स्वरूप हैं। आओ जानते हैं उनके नाम।
 
 
1. अष्ट विनायक : वैसे तो गणेशजी के कई अवतार हुए हैं परंतु आठ अवतार ज्यादा प्रसिद्ध हैं जिन्हें अष्ट विनायक कहते हैं। महोत्कट विनायक, मयूरेश्वर विनायक, गजानन विनायक, गजमुख विनायक। मयुरेश्वर, सिद्धि विनायक, बल्लालेशवर, वरद विनायक, चिंतामन गणपति, गिरजात्म गणपति, विघ्नेश्वर गणपति, महा गणपति।
 
2. अष्ट लक्ष्मी : लक्ष्मीजी के 8 अवतार बताए गए हैं:- आदिलक्ष्मी, धनलक्ष्मी, धान्यलक्ष्मी, गजलक्ष्मी, संतानलक्ष्मी, वीरलक्ष्मी, विजयलक्ष्मी, विद्यालक्ष्मी। 
 
3. अष्ट भैरव : मुख्य रूप से आठ भैरव माने गए हैं- 1.असितांग भैरव, 2. रुद्र या रूरू भैरव, 3. चण्ड भैरव, 4. क्रोध भैरव, 5. उन्मत्त भैरव, 6. कपाली भैरव, 7. भीषण भैरव और 8. संहार भैरव।
 
4. अष्ट नाग : मुख्य रूप से आठ नाग माने गए हैं- 1.अनंत (शेष), 2.वासुकि, 3.तक्षक, 4.कर्कोटक, 5.पद्म, 6.महापद्म, 7.शंख और 8.कुलिक। कुछ पुराणों के अनुसार नागों के अष्टकुल क्रमश: इस प्रकार हैं:- वासुकी, तक्षक, कुलक, कर्कोटक, पद्म, शंख, चूड़, महापद्म और धनंजय। 
 
5. प्रमुख 8 यक्ष और यक्षिणियां : 1.सुर सुन्दरी, 2.मनोहारिणी, 3.कनकावती, 4.कामेश्वरी, 5.रति प्रिया, 6.पद्मिनी, 7.नटी और 8.अनुरागिणी।
 
6. अष्ट योगिनी : योगिनियां 64 होती हैं परंतु प्रमुख रूप से आठ योगिनियां हैं जिनके नाम इस प्रकार हैं:- 1.सुर-सुंदरी योगिनी, 2.मनोहरा योगिनी, 3. कनकवती योगिनी, 4.कामेश्वरी योगिनी, 5. रति सुंदरी योगिनी, 6. पद्मिनी योगिनी, 7. नतिनी योगिनी और 8. मधुमती योगिनी। 
 
इसी तरह से अन्य देवी और देवता हैं जिनके अष्ट रूप माने गए हैं। 

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