5. इसका उल्लेख प्रमुख अवतार के रूप में सर्वप्रथम महाभारत में हुआ है।
6. श्रीविष्णुसहस्रनाम में भी भगवान् के एक नाम के रूप में हंस का भी उपयोग हुआ है।
7. यह भगवान विष्णु के 20वां अवतार है।
8. कार्तिक शुक्ला नवमी को स्वयं भगवान् श्रीहरि ने हंसरूप में अवतार लिया था।