Sharad Purnima : वर्षभर के 12 महीनों में एक पूर्णिमा ऐसी है, जो सभी पूर्णिमा से सर्वश्रेष्ठ होती है और वो है शरद पूर्णिमा, क्योंकि इस पूर्णिमा में चंद्रमा की किरणों से अमृत की वर्षा होती है अत: तन-मन और धन सभी की दृष्टि से यह पूर्णिमा बहुत खास मानी गई है। साथ ही इस दिन देवी महालक्ष्मी, चंद्रदेव और भगवान श्री कृष्ण का पूजन करने का भी विशेष महत्व है।
आइए यहां जानते हैं शरद पूर्णिमा के बारे में खास जानकारी...
क्यों मनाई जाती है शरद पूर्णिमा : प्रतिवर्ष आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाई जाने वाली शरद पूर्णिमा का धार्मिक और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बहुत महत्व है, क्योंकि पूरे वर्ष में केवल इसी दिन चंद्रमा अपनी 16 कलाओं से निपुण होता है और इससे निकलने वाली किरणें इस रात्रि में अमृत बरसाती हैं। इसी कारण शरद पूर्णिमा की रात्रि को दूध की खीर बनाकर चंद्रमा की रोशनी में रखी जाती है। इस संबंध में माना जाता है कि इस रात खीर में चंद्रमा की किरणें पड़ने से यह अमृत समान गुणकारी और सेहत के लिए फायदेमंद हो जाती हैं। साथ ही इस तिथि को रास पूर्णिमा तथा कोजागिरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। कहा जाता है कि लंकाधिपति दशानन रावण भी शरद पूर्णिमा की रात किरणों को दर्पण के माध्यम से अपनी नाभि पर ग्रहण करता था।
आश्विनी नक्षत्र और चंद्रमा का क्या है संबंध : आपको बता दें कि एक महीने में चंद्रमा 27 नक्षत्रों में भ्रमण करता है, जिनमें से सबसे पहला आश्विन नक्षत्र और इस मास की पूर्णिमा सेहत के लिए आरोग्यदायी मानी गई है और केवल इसी शरद पूर्णिमा को ही चंद्रमा अपनी 16 कलाओं से संपूर्ण होकर पृथ्वी के सबसे पास होता है। तथा आश्विन महीने की पूर्णिमा को चंद्रमा आश्विनी नक्षत्र में होता है, इसलिए इस महीने का नाम आश्विनी पड़ा है। पौराणिक मान्यता है कि इस दिन चंद्रमा की किरणों से अमृत की बूंदें झरती हैं। पूर्णिमा की रात में जिस भी चीज पर चंद्रमा की किरणें गिरती हैं उसमें अमृत का संचार होता है। अत: खीर को पूरी रात चंद्रमा की रोशनी में रखा जाता है और सुबह उठकर यह खीर प्रसाद के रूप में ग्रहण की जाती है। चंद्रमा की रोशनी में रखी गई यह खीर खाने से शरीर के रोग समाप्त होते हैं।
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।