नई दिल्ली। देश के प्रमुख शेयर बाजार एनएसई ने अडाणी समूह की 2 कंपनियों- अडाणी विल्मर और अडाणी पॉवर को अपने कुछ प्रमुख सूचकांकों के घटकों में शामिल करने का फैसला किया है। नई व्यवस्था 31 मार्च, 2023 से लागू होगी।एनएसई इंडेक्स लिमिटेड की सूचकांक रखरखाव उपसमिति ने अपनी समीक्षा के दौरान विभिन्न सूचकांकों में अडाणी समूह के शेयरों को जगह देने का निर्णय लिया है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने शुक्रवार देर रात एक बयान में यह जानकारी दी। इसके मुताबिक अडाणी विल्मर को निफ्टी नेक्स्ट 50 और निफ्टी 100 सूचकांकों में शामिल किया जाएगा जबकि अडाणी पॉवर निफ्टी 500, निफ्टी 200, निफ्टी मिडकैप 100, निफ्टी मिडकैप 150, निफ्टी लार्ज मिडकैप 250 और निफ्टी मिडस्मॉलकैप 400 सूचकांक का हिस्सा होगी।
एनएसई इंडेक्स लिमिटेड की सूचकांक रखरखाव उपसमिति ने अपनी समीक्षा के दौरान विभिन्न सूचकांकों में अडाणी समूह के शेयरों को जगह देने का निर्णय लिया है। हालांकि एनएसई ने अपने निफ्टी 50 सूचकांक में कोई बदलाव नहीं किया है। इसमें पहले की ही तरह अडाणी समूह की 2 कंपनियों- अडाणी एंटरप्राइजेज और अडाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड की मौजूदगी बनी हुई है।
निफ्टी के नेक्स्ट 50 सूचकांक में अडाणी विल्मर के अलावा एबीबी इंडिया, केनरा बैंक, पेज इंडस्ट्रीज और वरुण बेवरेजेज को भी शामिल किया जा रहा है। दूसरी तरफ बंधन बैंक, बायोकॉन, ग्लैंड फार्मा, एम्फेसिस और पेटीएम (वन97 कम्युनिकेशंस) को निफ्टी नेक्स्ट 50 सूचकांक से हटाया जा रहा है।
अडाणी समूह के शेयरों में पिछले 25 दिनों में भारी गिरावट आई है। अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अडाणी समूह के खिलाफ धोखाधड़ी वाले लेनदेन और शेयर-कीमत में हेराफेरी के आरोप लगाए जाने के बाद से इन कंपनियों के शेयरों में उठापटक देखी जा रही है। हालांकि अडाणी समूह ने इन आरोपों को झूठ बताते हुए खारिज कर दिया है। उसने कहा है कि वह सभी कानूनों और खुलासा जरूरतों का पालन करता है।(भाषा)