बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 26.87 अंक या 0.07 प्रतिशत के नुकसान के साथ 35,871.48 अंक पर आ गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 1.80 अंक या 0.01 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 10,791.65 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में कोटक बैंक का शेयर सबसे अधिक 3.71 प्रतिशत टूट गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, बजाज फाइनेंस, पॉवरग्रिड, इंडसइंड बैंक, एशियन पेंट्स, एचडीएफसी और आईटीसी के शेयर भी नुकसान में रहे, वहीं दूसरी ओर यस बैंक का शेयर 3.23 प्रतिशत चढ़ गया। वेदांता, टाटा मोटर्स, एनटीपीसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति, ओएनजीसी और हीरो मोटोकॉर्प 2.86 प्रतिशत तक चढ़ गए। बीएसई मिडकैप 0.38 प्रतिशत और स्मॉलकैप 0.77 प्रतिशत लाभ में रहे।
कारोबारियों ने कहा कि सकारात्मक वैश्विक रुख के बावजूद रिजर्व बैंक की नीतिगत समीक्षा का ब्योरा सामने आने के बाद निवेशकों की धारणा कमजोर हुई। अपनी पहली मौद्रिक समीक्षा में रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास ने दलील दी है कि वृद्धि को लेकर चिंताओं पर नए सिरे से गौर करने की जरूरत है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि रिजर्व बैंक की बैठक का ब्योरा सामने आने के बाद बाजार सीमित दायरे में रहा। इसके अतिरिक्त 10 साल के बांड पर प्राप्ति बढ़ी है जबकि बैंकिंग सूचकांक का प्रदर्शन कमजोर रहा है।
वेल्थ डिस्कवरी के निदेशक राहुल अग्रवाल ने बताया कि मौजूदा परिवेश में बाजार सतर्कता के साथ व्यवहार कर रहा है। आम चुनाव का समय होने के साथ ही पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद बाजार फूंक-फूंककर कदम रख रहा है। इस बीच शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 202.10 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भी 55.48 करोड़ रुपए की लिवाली की।
अमेरिका और चीन के वार्ताकारों ने व्यापार करार पर सहमति के लिए संभवत: आखिरी दौर की बातचीत शुरू कर दी है। इसके लिए उन्होंने एक मार्च की समयसीमा तय की है। इससे वैश्विक बाजारों में तेजी रही। एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग 0.65 प्रतिशत चढ़ गया। शंघाई कम्पोजिट 1.91 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी 0.08 प्रतिशत लाभ में रहा। जापान के निक्की में 0.18 प्रतिशत की गिरावट आई। शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार लाभ में चल रहे थे।