रविवार को गुजरात में नरेंद्र मोदी की करिश्माई जीत का परचम सोमवार को बीएसई व एनएसई में भी फहरा। सोमवार को शेयर बाजार खुलते ही 'कॉर्पोरेट गुजरात' अर्थात गुजरात में स्थित कंपनियों या गुजरात से जुड़ी कंपनियों के के शेयरों के भाव चमक उठे।
गुजरात में देश की कई विशालतम परियोजनाएँ स्थित हैं। इनमें प्रमुख हैं- कॉर्पोरेट क्षेत्र की ख्यातनाम हस्ती मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाला रिलायंस समूह, श्री रुईया द्वारा प्रवर्तित एस्सार और अडानी समूह के प्रोजेक्ट। इस वक्त गुजरात देश का प्रमुख निवेश और औद्योगिक राज्य है।
गुजरात के नाम वाली 60 कंपनियों में से केवल 7 कंपनियों के शेयरों के दामों में गिरावट दर्ज की गई, शेष 53 कंपनियों के शेयर के मूल्य में 4 से लेकर 9 प्रश तक का उछाल देखा गया। कई कंपनियों ने अपर सर्किट लिमिट को छुआ। अर्थात कंपनियों के शेयरों ने अधिकतम उछाल आने की तय सीमा को छुआ।
वैसे कई कंपनियाँ हैं जिनके साथ गुजरात नाम जुड़ा है, लेकिन राज्य में मुख्य रूप से देश की सबसे ख्यातनाम कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की रिलायंस पेट्रोलियम और हाल ही में सूचीबद्ध मुद्रा पोर्ट ने अपने बाजार मूल्य में अभूतपूर्व तेजी देखी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. (आरआईएल) का शेयर 2.7 फीसदी चढ़ गया। मुद्रा पोर्ट का शेयर मूल्य 8.7 प्रश उछला, जबकि गुजरात नर्मदा वैली फर्टिलाइजर्स के शेयरों के दामों में 9 फीसदी से अधिक का उछाल देखा गया।
विश्लेषकों का कहना है कि गुजरात में स्थित या सिर्फ 'गुजरात' से जुड़ी कंपनियों के शेयर दामों में तेजी आने का कारण निवेशकों के मन में यह भरोसा है कि राज्य में आर्थिक और राजनीतिक स्थिरता बनी रहेगी।
एसएमसी ग्लोबल के वाइस प्रेसिडेंट राजेश जैन ने बताया कि गुजरात विधानसभा के नतीजों ने बीएसई में तेजी की धारणा को मजबूती प्रदान की क्योंकि इस जीत से निवेशकों में भरोसा हो गया है कि राज्य में निवेश का प्रवाह बना रहेगा।