महामारी से बचने का पहला प्राचीन तरीका यह था कि जैसे ही लोगों को किसी महामारी के फैलने का पता चलता तो वे लोग अपने संपूर्ण शरीर पर ही कड़वी औषधि, नीम, राख आदि जैसे पदार्थ चुपड़ लेते थे। दूसरा यह कि हर गांव में सभी मिलकर हवन करते थे। तीसरे यह कि वहां के स्वस्थ लोग गांव छोड़कर सुरक्षित स्थान पर चले जाते थे। यह तब होता था जबकि जनपद ध्वंस हो रहा हो। चौथा यह कि लोग अपने गांव को अन्य गांवों से अलग करके खुद को अकेला अर्थात क्वॉरेंटाइन कर लेते थे।