ब्राह्मणों के प्रमुख 8 प्रकार बताए गए हैं। मात्र, ब्राह्मण, श्रोत्रिय, अनुचान, भ्रूण, ऋषिकल्प, ऋषि और मुनि। इसमें से जो मात्र है वहीं जन्म से ब्राह्मण कहे गए हैं यानी जो न तो वेदपाठी है, न साधक है, न अन्य है। मात्र को छोड़कर सभी निर्व्यसनी ब्राह्मण हैं, उन्हें भोजन कराने का पुण्य लगता है। मात्र का भरोसा नहीं कि वह ब्राह्मण है या नहीं।