पितृपक्ष में श्राद्ध कर्म करने से पितृदोष से मुक्ति मिलने के साथ ही पितरों को भी मुक्ति मिलती है। इसलिए श्राद्धपक्ष में पिंडदान और तर्पण जरूर करना चाहिए। पितृपक्ष में दशमी के श्राद्ध का खासा महत्व बताया गया है। दशामी को जिनका देहांत हुआ है उनका श्राद्ध इस दिन करना चाहिए। आओ जानते हैं कि इस श्राद्ध का क्या है महत्व और इसे करने से क्या मिलेगा फल।
2. इस दिन गीता के दसवें अध्याय का पाठ भी करें या करवाएं।
3. दशमी तिथि को श्राद्ध करने वाला मनुष्य ब्रह्मत्व की लक्ष्मी प्राप्त करता है।