श्रावण माह 22 जुलाई सोमवार से शुरू, जानें महामृत्युंजय का जाप कब और कैसे करें

WD Feature Desk

शनिवार, 20 जुलाई 2024 (14:25 IST)
Mahamrityunjaya mantra jaap ki vidhi: श्रावण मास में महामृत्युंजय मंत्र का जप करने से यह तुरंत ही सिद्ध होकर फल देने लगता है। इस मंत्र का जाप कब और कैसे करें जानिए संपूर्ण विधि। आइये महामृत्युंजय मंत्र कितनी बार जपने से सिद्ध होता है, कब और कैसे जपना चाहिए।ALSO READ: महादेव के श्रावण मास के 10 सीक्रेट जो आप नहीं जानते होंगे
 
महामृत्युंजय मंत्र:- 
'ॐ त्र्यम्बकं स्यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥'
इस मंत्र को गायत्री मंत्र के जोड़ने से यह और भी पॉवरफुल हो जाता है। जैसे मंत्र के आगे ॐ हौं जूं स: ॐ भू: भुव: स्व: और अंत में स्व: भुव: भू: ॐ स: जूं हौं ॐ का जोड़ते हैं।
 
संपूर्ण महामृत्युंजय मंत्र- 'ॐ हौं जूं स: ॐ भूर्भुव: स्व: ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिम्पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धानात्मृत्योर्मुक्षीयमामृतात् भूर्भुव: स्व: ॐ स: जूं हौं ॐ।'
 
मंत्र को सिद्ध करने वाले लोग : महर्षि वशिष्ठ, मार्कंडेय, शुक्राचार्य, गुरु द्रोणाचार्य, रावण महामृत्युंजय मंत्र के साधक और प्रयोगकर्ता हुए हैं। 
 
Mahamrityunjaya Mantra महामृत्युंजय मंत्र और जाप विधि:- 
mahakal sawari 2024
महामृत्युंजय मंत्र कब जपें:- 
  1. महामृत्युंजय मंत्र का जाप सुबह और शाम दोनों समय किया जा सकता है। 
  2. यदि कोई संकट की स्थिति है तो इस मंत्र का जाप पंडित की सलाह से कभी भी किया जा सकता है। 
  3. श्रावण मास में तो हर दिन इस मंत्र का जप कर सकते हैं। 
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महामृत्युंजय मंत्र के जाप की विधि जाप कैसे करें :
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