1. प्रातः सूर्योदय से पहले जागें और शौच आदि से निवृत्त होकर स्नान करें।
2. पूजा स्थल को स्वच्छ कर वेदी स्थापित करें।
3. शिव मंदिर में जाकर भगवान शिवलिंग को दूध चढ़ाएं।
4. फिर पूरी श्रद्धा के साथ महादेव के व्रत का संकल्प लें।
5. दिन में दो बार (सुबह और सायं) भगवान शिव की प्रार्थना करें।
6. पूजा के लिए तिल के तेल का दीया जलाएं और भगवान शिव को पुष्प अर्पण करें।
10. संध्याकाल में पूजा समाप्ति के बाद व्रत खोलें और सामान्य भोजन करें।
11. मंत्र- श्रावण के दौरान 'ॐ नमः शिवाय' का जाप करें।