2. अन्न दान: वृक्ष, चींटी, पक्षी, गाय, कुत्ता, कौवा, कछुआ, मछली, वृद्ध, अनाथ, कन्या, अशक्त मानव आदि प्राणियों के अन्न-जल की व्यवस्था करें।
3. छाया दान करें: शनि के मंदे कार्य न करें, जैसे परस्त्रीगमन, शराब पीना, ब्याज का धंधा करना और किसी मनुष्य या प्राणी को सताना। सावन के प्रत्येक शनिवार को छायादान करें। एक कटोरी में सरसो का तेल लेकर उसमें अपना चेहरा देखें और उसे शनि मंदिर में रख दें।
8. हनुमान चालीसा: प्रतिदिन हनुमान हनुमान चालीसा का पाठ करें। हनुमानजी को चोला चढ़ाएं। प्रतिदिन नहीं जा सकते हैं तो प्रति मंगल, गुरु और शनिवार को मंदिर जाएं। एकादशी, प्रदोष या गुरुवार का व्रत रखें।