यह दान करने से पहले गणेशजी का पूजन सोलह उपचारों से करना चाहिए। फिर भगवान वेणीमाधव का पूजन कर उनसे प्रार्थना करनी चाहिए- देवेषु शंख, चक्र, गदा धारण करने वाले आपको नमस्कार है। कमल नेत्र, भक्तों पर अनुग्रह करने वाले आपको नमस्कार है। मद्युकैटभ हन्ता लक्ष्मीकांत आपको नमस्कार है। माधव, अनंद, विश्वेश, देवताओं के राजा आपको नमस्कार है। कृष्ण, विष्णु, सच्चिदानंद स्वरूप, क्षीर समुद्र में सोने वाले, आनंद वासुदेव आपको नमस्कार है।