आईपीएस अधिकारी डॉ. असित को शाही स्नान के दौरान रामघाट पर सबसे महत्वपूर्ण जिम्मा मिला था, लेकिन, अधिकारी ने भीड़ प्रबंधन के नाम पर साधु-संतों को शिकार बनाया। आईपीएस अधिकारी के रवैये से परेशान होकर मीडियाकर्मियों को आज धरना तक देना पड़ा। बाद में उज्जैन एसपी ने धक्का मुक्की और अफरा-तफरी के बाद विवाद शांत करवाया।