अखाड़ों में लहराई धर्मध्वजा...

शनिवार, 9 अप्रैल 2016 (12:40 IST)
-आलोक 'अनु'
उज्जैन। वैष्णव से जुड़े तीनों अणी अखाड़ों में शुक्रवार को धर्मध्वजा खड़ी करने के साथ ही सिंहस्थ का आगाज भी हो गया है। अखाड़ों में अपनी-अपनी परंपरा का निर्वहन करते हुए साधु-संतों ने सिंहस्थ के निर्विघ्न आयोजन व खुशहाली के लिए देवताओं के साथ ही कुबेर का भी आह्वान किया गया। खाकी अखाड़े व निरंजनी अखाड़े में भी धर्मध्वजा को स्थापित किया गया। ढोल-ढमाकों व कड़ाबीन के धमाकों के साथ साधु-संतों ने हथियारों के साथ हुनर भी दिखाया।
 
दिगंबर अखाड़ा : सुबह सबसे पहले दिगंबर अखाड़े में धर्मध्वजा खड़ी करने से पहले मंत्रोच्चार के साथ देवताओं का आह्वान कर पूजन किया गया। उसके बाद पचरंगी ध्वजा का भी पूजन किया गया। मंत्रोच्चार के बीच अखाड़े के श्रीमहंत रामकिशोर शास्त्री, श्रीमहंत कृष्णदासजी, महामंत्री वैष्ण्वदासजी, मंत्री शिवशंकरदासजी सहित अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि व महामंत्री हरि गिरि सहित निर्वाणी व निर्मोही अखाड़े के श्रीमहंत महंत व साधुसंत एवं प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी मौजूद थे। 
 
निर्वाणी अखाड़ा : इसके बाद निर्वाणी अखाड़े में ध्वजारोहण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यहां पर अखाड़े के श्रीमहंत धरमदासजी महाराज, मोहनदासजी महाराज अहमदाबाद, जोइराम सोइराम महाराज हरियाणा, स्थानीय महंत दिग्विजय दास सहित अन्य साधु-संतों ने देवताओं व ध्वज का पूजन किया। उसके बाद अखाड़े के साधुओं ने ध्वजा को स्थापित किया। 51 फुट ऊंचे ध्वज को स्थापित करने के लिए क्रेन की मदद ली गई।
 
इस दौरान साधुओं ने हथियारों के साथ करतब भी दिखाए। कार्यक्रम में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि, महामंत्री हरिगिरी श्री महंत राजेन्द्र दास, श्री महंत परमात्मा दास, श्री महंत मदनमोहन दास, प्रभारी मंत्री भूपेन्द्र सिंह, कमिश्नर रवीन्द्र पस्तौर, एडीजी व्ही. मधुकुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। 
 
खाकी अखाड़ा : निर्वाणी अखाड़े में धर्म ध्वजा स्थापित करने के बाद सभी साधु-संत ढोल ढमाकों के साथ खाकी अखाड़ा पहुंचे। यहां पर हुए कार्यक्रम में  अखाड़े के श्री महंत अर्जुनदास, प्रेमदास महाराज सहित अन्य साधु-संतों ने भूमिपूजन व ध्वज पूजन करने के बाद ध्वज स्थापित किया। यहां पर साधु-संतों ने नोट भी उड़ाए बाद में सभी को प्रसादी दी गई। कार्यक्रम में सभी अखाड़ों के श्री महंत, महंत व साधु-संत मौजूद थे।
 
निर्मोही अखाड़े को बनाया छावनी : निर्मोही अखाड़े में धर्मध्वजा खड़ी करने को लेकर कोई विवाद न हो इसके लिए पुलिस और प्रशासन द्वारा पर्याप्त तैयारियां की गई थीं। यहां पर बड़ी संख्या में सुबह से ही पुलिस बल तैनात था। निर्मोही में सौहार्दपूर्ण वातावरण में धर्मध्वजा स्थापित करने के लिए पिछले दो दिनों से प्रशासन व अखाड़ा परिषद द्वारा प्रयास किए जा रहे थे और इसका परिणाम शुक्रवार की सुबह देखने को मिला। यहां पर श्रीमहंत परमात्मा दास व श्रीमहंत मदनमोहन दास दोनों को बुलाकर चरण पादुका का पूजन कराया गया। उसके बाद दोनों ने साथ में ध्वजारोहण किया। श्रीमहंत अयोध्यादास व श्रीमहंत राजेन्द्र दास की मौजूदगी में कार्यक्रम में बड़ी संख्या में अखाड़ो से जुड़े श्रीमहंत, महंत व साधु-संत मौजूद थे।
 
निरंजनी अखाड़े में हुआ भव्य आयोजन : बड़नगर रोड़ स्थित श्री पंचायती तपोनिधि निरंजनी अखाड़े की धर्मध्वजा शुक्रवार को फहराई गई। परंपरा के अनुरूप 52 हाथ की ध्वजा खड़ी की गई जिसमें 52 मणियों के 52 बंद बंधे हुए हैं। 31 फुट लंबी और 21 फुट ऊंची ध्वजा के पूजन अवसर पर करीब 1 हजार महात्मा तथा 200 वेदपाठी विद्यार्थी उपस्थित हुए। धर्मध्वजा अखाड़े के सचिव महंत आशीष गिरि के नेतृत्व में निरंजनी अखाड़ा में ध्वजा फहराई गई। इस अवसर पर पंच के श्रीमहंत राजेश्वरन, महंत रामरतन गिरि, महंत राधेगिरि, महंत मनीष भारती, महंत राकेश गिरि, महंत ओंकार गिरि, महामंडलेश्वर सोमेश्वरानंद गिरि, महामंडलेश्वर विश्वचैतन्यतीर्थजी उपस्थित थे।

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