सिंहस्थ 2016 के शाही स्नानों का आकाशवाणी से सजीव प्रसारण
बुधवार, 20 अप्रैल 2016 (19:42 IST)
इंदौर। आकाशवाणी केंद्र द्वारा उज्जैन सिंहस्थ के तीनों शाही स्नानों का सजीव प्रसारण किया जाएगा। ये शाही स्नान 22 अप्रैल, 9 मई और 21 मई को होंगे। ये प्रसारण राष्ट्रीय स्तर पर सम्पूर्ण भारत के 190 प्रायमरी चैनल और स्थानीय रेडियो केन्द्रों पर सुनाई देगा।
यह पहला अवसर है जब किसी कुम्भ मेले का इतने बड़े स्तर पर और इतने अधिक केन्द्रों द्वारा सजीव प्रसारण किया जा रहा है। शाही स्नानों का आँखो देखा हाल हिन्दी और अँग्रेजी में बारी-बारी से सुना जा सकता है। शाही स्नानों का आँखो देखा हाल सुबह 06.00 बजे से 07.45 तक और सुबह 08.30 बजे से 10.00 बजे तक आकाशवाणी के मीडियम वेव 648 किलो हट्र्ज पर सुना जा सकता है।
आँखो देखाहाल आकाशवाणी उज्जैन के एफ.एम. 102.5 मेगा हट्र्ज पर भी श्रोता सुन सकते हैं। इस सजीव प्रसारण में विविध रंग भरने के लिए और इसकी रोचकता को बढ़ाने के लिए रामघाट, बड़ा उदासीन अखाड़ा और मेवाड़ा राजपूत की धर्मशाला पर विशेष प्रसारण बूथों के अलावा उज्जैन के सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में आकाशवाणी के छह विशेष संवाददाता पल-पल की जानकारी देने के लिए उपस्थित रहेंगे। सम्पूर्ण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आकाशवाणी इन्दौर के अलावा आकाशवाणीके अन्य केन्द्रों के अनुभवी प्रसारण अधिकारियों की सेवाएं भी ली जा रही हैं।
शाही स्नानों के आँखो देखा हाल के अलावा आकाशवाणी इन्दौर से प्रतिदिन सुबह 9.30 से 10.00 बजे तक सिंहस्थ की विभिन्न गतिविधियों पर केन्द्रित राज्यस्तरीय प्रसारण (मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़) किया जाएगा।
इसके अलावा प्रतिदिन सुबह आकाशवाणी इन्दौर से 11.00 से 11.30 बजे तक एवं शाम को 6.00 से 6.30 बजे तक सिंहस्थ की विभिन्न सांस्कृतिक, आध्यत्मिक और प्रशासनिक गतिविधियों पर केन्द्रित विविध कार्यक्रम प्रसारित किए जाएंगे।
विविध भारती इन्दौर (एफ.एम. 101.6 मेगा हट्र्ज) पर भी ये कार्यक्रम 11.32 से 12.00 तक और शाम 6.00 से 6.30 बजे तक सुने जा सकते हैं। 25 अप्रैल को 'रूपकों के अखिल भारतीय कार्यकम' में रात 9.30 बजे शैलेन्द्र पाराशर द्वारा लिखित और संतोष अग्निहोत्री द्वारा प्रस्तुत रूपक 'सामाजिक समरसता का प्रतीक सिंहस्थ-2016' आकाशवाणी के चैनलों पर राष्ट्रीय स्तर पर सुना जा सकता है।
इसी क्रम में आकाशवाणी भोपाल भी सिंहस्थ-2016 पर एक विशेष कार्यक्रम बनाएगा, जिसे 19 मई को आकाशवाणी के राष्ट्रीय नेटवर्क पर सभी केन्द्रों से सुना जा सकता है।