दस दिनों से आमरण अनशन के बाद नाराज होकर कल दस फुट गड्ढे में बैठकर समाधि ले रहीं परी अखाड़े की भवंता को पुलिस ने बलपूर्वक बाहर निकाला था। परी अखाड़ा एक महिला अखाड़ा है जिसे अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने मान्यता नहीं दी है। परी अखाड़ा प्रमुख त्रिकाल भवंता पेशवाई और शाही स्नान की अनुमति नहीं मिलने के कारण नाराज चल रही थीं। (वार्ता)