पेनल्टी शूटआउट में भी इंग्लैंड ने शुरुआती बढ़त बना ली थी, लेकिन रेशफोर्ड, साका के इतने बड़े मुकाबले के दबाव में पांव कांप गए। वे गोल नहीं बना पाए। तारीफ तो इटली के गोलकीपर Gianluigi Donnarumma की भी बनती है। इतने बड़े मुकाबले में पेनल्टी शूटआउट में भी वे बिलकुल भी दबाव में नहीं दिखे। ठंडे दिमाग से उन्होंने काम कर इटली को चैंपियन बना दिया। तभी तो वे यूरो 2020 के मोस्ट आउटस्टैंडिंग प्लेयर चुने गए। इंग्लैंड के लिए ये टूर्नामेंट It Is Not Coming Home रहा, इटली के लिए It is coming to Rome रहा।