इटली ने इंग्लैंड को हराकर यूरो कप का फाइनल अपने नाम किया। दोनों टीमों के बीच बहुत ही रोमांचक मुकाबला खेला गया, जिसे इटली ने पेनल्टी शूटआउट में जीत लिया। पेनल्टी शूटआउट में इटली ने इंग्लैंड को 3-2 से हरा दिया। 120 मिनट तक चला यह महामुकाबला, पहले 1-1 की बराबरी पर रहा और फिर मैच के नतीजे के लिए पेनल्टी शूटआउट हुआ, जिसमें इटली ने विजय हासिल की।
इटली दूसरी बार यूरो चैंपियन बनने में कामयाब रहा। इससे पहले टीम ने 1968 में यूरो का खिताब जीता था। वाकई में यह जीत इटली के लिए कभी न भुलाने वाली जीत रही। वहीं दूसरी ओर 55 सालों में पहली बार फाइनल में पहुंचने वाली इंग्लैंड का यूरो 2020 जीतने का सपना चूर हो गया।
लंदन के ऐतिहासिक वेंबली स्टेडियम में खेले गए फाइनल की शुरुआत में ही ल्यूक शॉ ने गोल कर इंग्लैंड को बढ़त दिला दी थी। पहला हाफ में इंग्लैंड ने इटली पर 1-0 की बढ़त बनाए रखा। लेकिन दूसरे हाफ में इटली के लियोनार्डो बोनुची ने 67वें मिनट में गोल कर मुकाबले को 1-1 की बराबरी पर ला खड़ा किया।
मुकबला एक्स्ट्रा टाइम में भी बराबरी पर छूटने के बाद नतीजे के लिए पेनल्टी शूट आउट का सहारा लिया, जिसें इटली ने सफलता हासिल की।
रोनाल्डो को जीता गोल्डन बूट
यूरो कप में भले ही पुर्तगाल की टीम का सफर प्री-क्वार्टर फाइनल से आगे न बढ़ पाया हो, लेकिन टीम के कप्तान और दिग्गज खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो गोल्डन बूट जीतने में सफल रहे। रोनाल्डो ने यूरोपीय प्रतियोगिता में शीर्ष स्कोरर रहने के बाद गोल्डन बूट के खिताब पर अपना कब्ज़ा जमाया। उन्होंने 5 गोल किए और एक गोल दागने में मदद की।
चेक गणराज्य के पैट्रिक स्किक ने भी पांच मैचों में 5 गोल किए और रोनाल्डो के बराबर रहे, लेकिन उन्होंने कोई असिस्ट गोल नहीं किया था इसलिए वह गोल्डन बूट की रेस में पीछे रह गए।
34 साल 71 दिन के बोनुची यूरो कप के इतिहास में फाइनल मुकाबले में गोल करने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बने। उन्होंने जर्मनी के बेर्न्ड होल्जेनबेन (30 साल और 103 दिन) के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा।
इटली के कप्तान जिओर्जियो किलिनी इस मैच में उतरने के साथ ही अपने पूर्व कप्तान जिआनलुइगी बुफान का रिकॉर्ड तोड़ दिया। 36 वर्षीय किलिनी फाइनल खेलने वाले सबसे उम्रदराज कप्तान बन गए। इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल में उनकी उम्र (36 साल 331 दिन) थी। वहीं, बुफान की बात करें तो 2012 यूरो कप के फाइनल में स्पेन के खिलाफ उनकी उम्र (34 साल 154 दिन) थी।