भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए) खेलों के बुनियादी स्तर पर विकास के लिए राष्ट्रीय क्लब खेल शुरू करने की योजना बना रहा है।
आईओए के महासचिव रणधीरसिंह ने बताया कि ये खेल गाँव स्तर से शुरू होंगे। इनसे दूरदराज के इलाकों तक खेलों के प्रसार और प्रतिभाओं की पहचान में मदद मिलेग। उन्होंने बताया कि इस योजना पर अमल पंचायती राज और युवा एवं खेल मंत्रालयों के सहयोग से किया जाएगा।
प्रतियोगिता में सिर्फ वालीबॉल, कबड्डी, फुटबॉल, हॉकी और खो-खो को शामिल करने का प्रस्ताव है। रणधीरसिंह ने बताया कि प्रतियोगिता का पहला चरण गाँव स्तर का होगा। इसके बाद ब्लॉक, जिला और राज्य स्तर पर प्रतियोगिता कराई जाएगी। बाद के चरण में देश को छह क्षेत्रों में बाँट कर क्षेत्रीय प्रतियोगिता कराई जाएगी और अंत में राष्ट्रीय क्लब खेलों का आयोजन होगा।
आईओए महासचिव ने इस बात पर अफसोस जाहिर किया कि सरकार खेलों के विकास पर पर्याप्त खर्च नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि सरकार खेलों पर सालाना सिर्फ लगभग 400 करोड़ रुपए खर्च करती है और इसका भी 70 प्रतिशत भारतीय खेल प्राधिकरण के कर्मचारियों की तनख्वाह में जाता है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन की तैयारियाँ तो जोरों पर चल रही हैं, मगर एथलीटों के प्रशिक्षण का काम कहीं पीछे छूट रहा है।
उन्होंने कहा कि अगर प्रशिक्षण पर ध्यान नहीं दिया गया, तो संभव है कि इन खेलों का आयोजन तो भव्य हो, लेकिन हम ज्यादा पदक नहीं जीत सकें।