एक नए अध्ययन में खुलासा हुआ है कि महिलाओं के लिए दौड़ने के बजाय फुटबॉल खेलना स्वास्थ्य की दृष्टि से ज्यादा फायदेमंद होता है।
डेनमार्क के वैज्ञानिकों के शोध में खुलासा हुआ कि आम धारणा के विपरीत फुटबॉल के मुकाबले बतौर व्यायाम दौड़ने का नियम असल में महिलाओं के लिए पालन करने की दृष्टि से मुश्किल होता है क्योंकि इसमें समय और स्थान तय होता है।
वैज्ञानिकों ने कहा कि फुटबॉल खेलने वाली महिलाएँ ज्यादा प्रोत्साहित होती हैं क्योंकि यह खेल का हिस्सा होता है और इससे उसकी लोगों से नयी पहचान भी बनती है।
‘यूनिवर्सिटी ऑफ कोपेनहेगन’ के सहायक प्रोफेसर पीटर क्रूस्ट्रूप के नेतृत्व में 30 वैज्ञानिकों के दल ने महिलाओं के दौड़ने के मुकाबले फुटबॉल खेलने के शारीरिक, सामाजिक और मनोवैज्ञानिक पहलुओं की पड़ताल की। इस अध्ययन का प्रकाशन ‘साइंस डेली’ में हुआ। अध्ययन 100 गैर प्रशिक्षित वयस्क महिलाओं पर किया गया।
सह शोधकर्ता सहायक प्रोफेसर लैला ओटेसेन ने कहा‘असल में दिलचस्प यह है कि फुटबॉल खिलाड़ी उत्साह के मामले में धावकों के मुकाबले अलग होते हैं। धावक अपने शरीर को आकार देने और सेहत सुधारने के विचार से प्रेरित होते हैं लेकिन फुटबॉल खिलाड़ी खेल पर ध्यान देते हैं और सामाजिक वार्तालाप तथा दूसरों के साथ खेल का लुत्फ उठाने के विचार से प्रेरित होते हैं।