फेडरर और वीनस सेमीफाइनल में

गुरुवार, 6 सितम्बर 2007 (12:34 IST)
तीन बार के चैम्पियन रोजर फेडरर और दो दफा खिताब जीत चुकी वीनस विलियम्स ने बुधवार को यहाँ अलग-अलग अंदाज में यूएस ओपन टेनिस के सेमीफाइनल में कदम रखा।

विश्व के नंबर एक खिलाड़ी फेडरर ने अमेर‍िका के एंडी रोडिक को आसानी से 7-6, 7-6, 6-2 से हरा दिया, लेकिन वीनस को येलेना यानकोविच पर 4-6, 6-1, 7-6 से जीत दर्ज करने के लिए काफी पसीना बहाना पड़ा और अब उनके सामने चोटी की खिलाड़ी जस्टिन हेनिन होंगी।

इस बीच रूस के तीन खिलाडि़यों स्वेतलाना कुजनेत्सोवा, आन्ना चकवेताद्जे और निकोलाई देविदेन्को ने भी सेमीफाइनल में जगह बना ली।

पिछले चैम्पियन फेडरर ने रोडिक के खिलाफ 15 मैचों में 14वीं जीत दर्ज करने में दो घंटों का समय लगाया। रोडिक ने 14 एस जमाए, मगर स्विट्‍जरलैंड के फेडरर ने सधे हुए अंदाज में खेलते हुए 42 विनर खेले और सिर्फ 18 बेजा भूलें की।

फेडरर ने अपनी जीत के बाद अमेर‍िका के रोडिक के बारे में कहा कि वे बहुत अच्छी सर्विस कर रहे थे। मैच कठिन था, मगर मैं अंत में जीत हासिल करने में कामयाब रहा।

अमेर‍िका की वीनस ने तीसरी वरीयता प्राप्त यानकोविच के खिलाफ लगातार तीन मैचों में हार के सिलसिले को तोड़ दिया। उन्होंने आर्थर एश स्टेडियम में दूधिया रोशनी में खेलते हुए निर्णायक टाईब्रेकर 7-4 से जीत लिया।

दोनों ही खिलाड़ी आखिरी सेट में सर्विस तोड़ने में नाकाम रहीं। टाईब्रेकर में 12वीं वरीयता प्राप्त वीनस ने 5-1 की बढ़त बना ली और अपनी सर्विस पर मैच जीत लिया।

यानकोविच के खिलाफ पिछली दो ग्रैंड स्लैम मुलाकातों में वीनस को हार का मुँह देखना पडा था। उन्होंने कहा कि मैं तीसरे सेट में एक या दो सर्विस ब्रेक लगा पाता तो बेहतर होता। वे बहुत अच्छी खिलाडी हैं और उनके खिलाफ आपको अपनी पूरी ताकत झोंकनी पडती है।

सर्बिया की यानकोविच ने कहा कि मैंने अपनी ओर से पूरी कोशिश की, मगर आज का दिन मेरा नहीं था। टाईब्रेकर में की गई कुछ बेजा भूलें मेरे लिए काफी महँगी साबित हुईं।

2004 की चैम्पियन कुजनेत्सोवा ने हंगरी की एग्नेस जावे के शानदार अभियान को खत्म कर दिया और अब चकवेताद्जे के खिलाफ उतरेंगी। देविदेन्को ने जर्मनी के टामी हास पर जीत दर्ज की और अब उन्हें फेडरर के सामने इम्तहान में उतरना है।

22 साल की कुजनेत्सोवा ने मैच में कोई सर्व नहीं गँवाया और अपनी 18 वर्षीया प्रतिद्वंद्वी को सिर्फ 67 मिनट में 6-1, 6-4 से धूल चटा दी।

चौथी वरीयता प्राप्त कुजनेत्सोवा ने कहा कि मैं मैच में ऊर्जा से भरी हुई थी और अपनी घबराहट पर मैंने काबू रखा। मैं सेमीफाइनल के लिए खुद को पूरी तरह तरोताजा महसूस कर रही हूँ।

छठी वरीयता प्राप्त चकवेताद्जे पहली बार किसी ग्रैंड स्लैम के सेमीफाइनल में पहुँची हैं। उन्होंने 18वीं वरीयता प्राप्त इजरायल की शहर पीर पर 6-4, 6-1 से जीत दर्ज की।

चौथी वरीयता प्राप्त देविदेन्को ने अपने लगातार पाँचवें मैचों में सीधे सेटों में जीत दर्ज की है। उन्होंने 10वीं वरीयता प्राप्त हास को 6-3, 6-3, 6-4 से पराजित किया।

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