विदेशी पेनल्टी कॉर्नर विशेषज्ञ की जरूरत

बुधवार, 22 अगस्त 2007 (17:20 IST)
भारतीय हॉकी कोच जोकिम कारवाल्हो का कहना है कि टीम अब पहले से ज्यादा एकजुट है, जिससे 31 अगस्त से यहां शुरू होने वाले एशिया कप में अच्छे परिणाम दिखने को मिल सकते हैं।

कारवाल्हो ने कहा हमें पूरी उम्मीद है कि पिछली प्रतियोगिताओं से इस बार भारतीय टीम अच्छा प्रदर्शन करेगी। हाल के समय में कुछ नियमों में परिवर्तन के चलते भारतीय टीम के स्तर में गिरावट आ गई थी।

उन्होंने कहा कि भारतीय टीम के खिलाड़ियों को सिखाने के लिए एक विदेशी पेनल्टी कॉर्नर विशेषज्ञ की जरूरत है। बेल्जियम जाने से पहले हमने इस तरह की ट्रेनिंग की थी, जिसका हमें फायदा हुआ।

इस वक्त भारत की टीम स्थिर और इकाई की तरह से खेल रही है। टीम के खेल में काफी एकजुटता नजर आ रही है। टीम ने आधुनिक हॉकी की तेज भागने की रणनीति को अपना लिया है।

उन्होंने कहा जब ये लोग (टीम) एकजुटता से नहीं खेल कर व्यक्तिगत खेल का प्रदर्शन करते हैं तो उन ज्यादा भार पड़ जाता है लेकिन अब वे एकजुटता से खेल रहें हैं और यही भारतीय टीम की शक्ति होगी।

उन्होंने कहा कि पिछले दो टूर्नामेंटों के मुकाबले इस बार हमारी टीम विरोधियों पर दबाव बनाने में कामयाब हो रही है।



कारवाल्हो ने कहा कि बंगलोर में चले एक माह के शिविर में हमने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने का जोरदार अभ्यास किया है। हालाँकि इस काम में सफलता मिलना एक लम्बी प्रक्रिया है। हमने शिविर में फिटनेस पर काफी काम किया।

एशिया कप के मैचों के बारे में उन्होंने कहा यह एक अच्छा ड्रॉ है क्योंकि बड़ी टीमों से टूर्नामेंट के शुरू में ही खेलना ठीक रहता है जिससे की दूसरे चरण में हमारे खिलाड़ियों में आत्मविश्वास जागता है और वे और अच्छी तरह से खेल पाते है।

उन्होंने कहा कि एशियाई खेलों और अजलन शाह हाकी टूर्नामेंट में चीन की टीम काफी मजबूत नजर आ रही थी। भारत को अपने पहले मैच में चीन से खेलना है जबकि तीन सितंबर को कोरिया से खेलना है।

भारतीय हॉकी संघ के सचिव के ज्योतिकुमारन ने बताया कि टूर्नामेंट में भाग लेने वाली सभी विदेशी दस टीमें अपने चोटी के खिलाड़ी मैदान में उतार रही है।

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