हरियाणा के खिलाड़ी पुरस्कारों के मामले में सबसे अधिक मालामाल हुए क्योंकि उसके कई खिलाड़ी रेलवे में भी कार्यरत हैं, जिन्हें राज्य सरकार, रेलवे और केंद्र सरकार तीनों तरफ से पुरस्कार राशि दी गई है। पहलवान बजरंग को देखा जाए तो उन्हें राज्य सरकार की ओर से डेढ़ करोड़, केंद्र से 30 लाख और रेलवे से 25 लाख रुपए मिलेंगे और उनकी कुल पुरस्कार राशि 2 करोड़ 5 लाख रुपए होगी।
भारत ने इन खेलों में 26 स्वर्ण, 20 रजत और 20 कांस्य सहित कुल 66 पदक जीतकर अपना तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में अपने प्रदर्शन की बदौलत 15 साल के अनीश भनवाला और 16 साल की मनु भाकर सबसे युवा करोड़पति बन गए। दोनों को कुल एक करोड़ 80 लाख रुपए बतौर इनाम मिले।
इन खेलों में पदक जीतने वाले भारतीय खिलाड़ियों में स्वर्ण विजेता को केंद्रीय खेल मंत्रालय के सम्मान समारोह में 30 लाख रुपए, रजत विजेता को 20 लाख और कांस्य पदक विजेता को 10 लाख रुपए दिए गए। ज्यादा पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को उसी हिसाब से पुरस्कार राशि दी गई।
इससे पहले रेलवे ने राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले अपने खिलाड़ियों को 25-25 लाख रुपए का नकद पुरस्कार दिया था। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले रेलवे के खिलाड़ियों को 25-25 लाख, रजत विजेताओं को 20-20 लाख और कांस्य पदक विजेताओं को 15-15 लाख रुपए का नकद पुरस्कार प्रदान किया था।
राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के 226 सदस्यीय दल में 48 रेलवे के खिलाड़ी थे। रेलवे के खिलाड़ियों ने 10 स्वर्ण, एक रजत और चार कांस्य पदक जीते। सम्मानित होने वाले खिलाड़ियों में स्वर्ण विजेता पहलवान सुशील कुमार, बजरंग, विनेश फोगाट, राहुल अवारे, सुमित, भारोत्तोलक सतीश शिवालिंगम, पूनम यादव, संजीता चानू, मीराबाई चानू, रेगाला वेंकट राहुल, रजत विजेता भारोत्तोलक प्रदीप सिंह, कांस्य विजेता साक्षी मलिक, किरण, नवजीत कौर और मनोज कुमार शामिल थे।
हरियाणा ने राज्य की खेल नीति के तहत राष्ट्रमंडल खेलों के अपने स्वर्ण पदक विजेता को डेढ़ करोड़, रजत पदक के लिए 75 लाख और कांस्य पदक के लिए 50 लाख रुपए का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की थी। इसके अलावा हरियाणा के झज्जर की युवा निशानेबाज मनु भाकर को डेढ़ करोड़ रुपए नकद दिए गए थे।