बजरंग का वादा, विश्व चैंपियनशिप में भी स्वर्णिम प्रदर्शन करूंगा

मंगलवार, 4 सितम्बर 2018 (19:03 IST)
नई दिल्ली। भारत को 18वें एशियाई खेलों में पहला स्वर्ण पदक दिलाने वाले स्टार पहलवान बजरंग पुनिया ने मंगलवार को यहां कहा कि वह अपने इस प्रदर्शन को अक्टूबर में बुडापेस्ट में होने वाली विश्व चैंपियनशिप में भी बरकरार रखेंगे।
 
 
बजरंग आईजी स्पोर्ट्स काम्पलैक्स स्थित केडी जाधव कुश्ती स्टेडियम में गुरु हनुमान मेमोरियल दिल्ली रेसलिंग चैंपियनशिप (अंडर-23) देखने पहुंचे, जहां मौजूद पहलवानों ने उनका तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत किया। बजरंग ने इस अवसर पर कहा, 'मैंने राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों में लगातार स्वर्ण पदक जीते हैं और अब मेरी पूरी कोशिश रहेगी कि विश्व चैंपियनशिप में भी देश के लिए स्वर्ण पदक जीतूं।
 
24 वर्ष के बजरंग ने 2013 में बुडापेस्ट में हुई विश्व चैंपियनशिप में 60 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता था लेकिन वह अब 65 किग्रा वर्ग में लड़ते हैं और उनके राष्ट्रमंडल तथा एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक 65 किग्रा वजन वर्ग के हैं। विश्व चैंपियनशिप का आयोजन हंगरी के बुडापेस्ट में 20 से 28 अक्टूबर तक होना है।
 
बजरंग ने कहा, अब मेरे दो अगले बड़े लक्ष्य विश्व चैंपियनशिप और 2020 के ओलंपिक हैं। इस बार जो विश्व चैंपियनशिप होनी है उसमें ओलंपिक कोटा नहीं है लेकिन 2019 की चैंपियनशिप में ओलंपिक कोटा होगा। मैं अभी योगी भाई (योगेश्वर दत्त) की अकादमी में अपनी तैयारी कर रहा हूं लेकिन मैं विश्व चैंपियनशिप की तैयारी के लिए जल्द बाहर जा रहा हूं। पहले मैं जॉर्जिया जाऊंगा और इसके बाद पोलैंड जाऊंगा।
 
मैं वहां से सीधा बुडापेस्ट के लिए रवाना हो जाऊंगा। स्वर्ण विजेता पहलवान ने एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक को यादगार बताते हुए कहा, 'मेरी तैयारी अच्छी थी और मुझे खुद पर भरोसा था। मैंने जाने से पहले वादा किया था कि 19 अगस्त को जकार्ता में तिरंगा लहराएगा और मैंने इस वादे को पूरा किया। यह पूछने पर कि वह अपने स्वर्ण पदक को किसे समर्पित करते हैं? बजरंग ने कहा, 'मेरे साथ सभी देशवासियों की दुआएं थीं, गुरू का आर्शीवाद था, दोस्तों और परिवार का समर्थन था इसलिए यह पदक सभी को समर्पित है।
 
पदक जीतते ही मेरे पास सभी जगह से संदेश आए, सभी ने बधाई दी, योगी भाई का फोन आया, हमारे गांव के नरेंद्र पहलवान का फोन आया, परिवार के सदस्यों ने फोन किए, मेरे लिए यह बड़ा क्षण था और मैं सभी का धन्यवाद करता हूं।
 
उन्होंने दो साल बाद टोक्यो में होने वाले ओलंपिक के लिए भी पदक जीतने का विश्वास व्यक्त करते हुए कहा, 'मैं अपनी तरफ से पूरी कोशिश करूंगा कि देशवासियों की उम्मीदों पर खरा उतरूं और देश के लिए पदक जीतूं।

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