इस फैसले की घोषणा शनिवार को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति, जापान सरकार, टोक्यो सरकार, अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक समिति और स्थानीय आयोजकों की ऑनलाइन बैठक के बाद की गई।
अधिकारियों ने कहा कि महामारी के दौरान विदेशों से आने वाले दर्शकों को अनुमति देने से जोखिम काफी ज्यादा था। जापान की जनता ने भी विदेशी दर्शकों का विरोध किया था। कई सर्वे भी सामने आए जिसमें 80 प्रतिशत लोगों ने ओलंपिक आयोजन का विरोध किया और इतने ही प्रतिशत लोगों ने विदेशी दर्शकों के आने का भी विरोध किया था।
आयोजकों ने कहा कि जापान के बाद 600,000 टिकट विदेशियों को बेचे गए थे। उन्हें रिफंड (राशि लौटाने) का वादा किया गया है लेकिन इसका निर्धारण जापान के बाहर टिकट बिक्री की जिम्मेदारी देख रहे तथाकथित अधिकृत टिकट विक्रेताओं द्वारा किया जाएगा।(भाषा)