रमेश ने कहा कि उसकी शुरुआत नैसर्गिक है, उसके कदमों की गति काफी अच्छी है इसलिए हमने पहले 30 से 40 मीटर पर कड़ी मेहनत की। इस सत्र में गति में इजाफे के लिए मैंने दुती से स्पीड रबर के साथ ट्रेनिंग करने को कहा।
रमेश ने कहा कि अगर आप नियमित रूप से ऐसा करते हैं तो इससे आप प्रतिस्पर्धा के दौरान भी इसी दमखम के साथ दौड़ सकते हो तथा अपने शरीर पर रबर बांधकर दौड़ते हुए संतुलन बनाना आसान नहीं होता। यह काफी तकनीकी ट्रेनिंग है। सबसे पहले आप ड्रिल में हिस्सा लेते हो, फर्स्ट आसान दौड़ और फिर तेजी से दौड़।