फीफा ने बयान जारी कर कहा, एक व्यापक सुनवाई के बाद सहायक चैंबर ने फैसला सुनाया कि जांचकर्ता कक्ष द्वारा एकत्रित जानकारी के आधार पर सीएएफ प्रमुख अहमद ने पद पर रहते हुए अपने कर्तव्य का उल्लंघन किया और उपहार तथा धन का दुरुपयोग किया और सीएएफ अध्यक्ष के रूप में अपने पद का भी दुरुपयोग किया।