विंबलडन में छाया फीफा विश्व कप का खुमार

मयंक मिश्रा

बुधवार, 4 जुलाई 2018 (11:40 IST)
इंग्लैंड में चल रहे विंबलडन में मंगलवार को एक कोने का माहौल किसी फुटबॉल स्टेडियम से कम नहीं था। टेनिस के अलावा किसी और खेल के बारे में जहां सोचा भी नहीं जा सकता मंगलवार को वहीं मीडिया के लिए बने रेस्टॉरेंट में एक टीवी पर फुटबॉल मैच चल रहा था।
 
वजह थी इंग्लैंड और कोलंबिया के बीच हो रहे फीफा विश्व कप का मैच। आमतौर पर खाली ही रहने वाला यह रेस्टॉरेंट मंगलवार को ठसाठस भरा था। एक और जहां दर्शकों के लिए शोर मचाना मना है, यहां ऐसा बिलकुल नहीं था और यह माहौल काम के बीच मिलने वाले एक ब्रेक जैसा ही था।
 
वैसे इंग्लैंड के फैन भी नोवाक जोकोविच के मैच के बाद घर की तरफ निकल गए थे और जो घर नहीं पहुंच सकते थे, वे भारत में पान की गुमटियों पर मैच देखने जैसी भीड़ लगाकर दुकानों पर मैच देख रहे थे। एक समय में ही यहां के लिए दो महत्वपूर्ण टूर्नामेंट होना दर्शकों को एक अच्छी दुविधा में डाले हुए है।
 
विंबलडन में भले ही खिताब जीतने वाले खिलाडियों को उंगलियों पर गिना जा सकता है, मगर फिर भी यहां कुछ हारने वाले खिलाड़ी भी अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रहते हैं। जैसा कि 2 साल पहले मार्कस विलिस ने और फिर पिछले साल कोंटा ने किया था, ऐसा ही काम इस साल वितालिया ने शारापोवा को और सांसोविच ने क्वितोवा को हराकर किया है।
 
इन खिलाडियों की जीत बाकी खिलाडियों को बड़े खिलाड़ियों के खिलाफ खेलने में हौसला जरूर देगी। वितालिया ने शारापोवा को पहला सेट हारने केबाद दूसरे सेट में 2-5 से पिछड़ते हुए भी हरा दिया। वितालिया का सर्विस करने का अंदाज थोड़ा मुश्किल है और इसके चलते उनकी पहली सर्विसकम ही ठीक रहती है। दूसरा सर्विस में तेजी भी नहीं रहती, पर वे अपनी इस कमजोरी को बढ़िया शॉट्स से ढंक लेती हैं।
 
शारापोवा की लय को ऐन वक्त पर बिगाड़ने के कारण क्वालीफाइंग दौर से आई वितालिया ने उन्हें हरा दिया। इसके पहले सांसोविच ने क्वितोवा कोहराकर एक बड़ा उलटफेर किया था। शारापोवा और क्वितोवा को खिताब के प्रमुख दावेदारों में गिना जा रहा था।
 
वैसे उलटफेर का सिलसिला मंगलवार को काफी लंबा चला था। फ्रेंच ओपन के फाइनलिस्ट डॉमिनिक थीम, वर्दास्को और डेविड गोफेन भी हार गए थे,वही नडाल, जोकोविच, हालेप और मुगुरुथा ने आसानी से अपने मैच जीतकर इस सिलसिले को थोड़ा रोका। बुधवार को सेंटर कोर्ट और कोर्ट नंबर 1पर पुरुषों के कुल 2 मैच रखे गए हैं और बाकी के 4 मैच महिलाओं के हैं। महिलाओं के 4 मैच यह बताते हैं कि ये मैच भी दर्शकों के बीच कितने लोकप्रिय हैं।
 
सेंटर कोर्ट का पहला मैच प्लिसकोवा और अजारेंका के बीच होगा। इसके बाद फेडरर और लैको का मैच है और फिर सेरेना और टोमोवा का मैच है। इन मैचों में रैंकिंग के हिसाब से उलटफेर सिर्फ पहले मैच में ही होने की संभावनाएं दिख रही हैं। फेडरर और सेरेना को जीतने में कोई दिक्कतें होंगी, लगता तो नहीं है।

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