विश्व की 5वें नंबर की टीम भारत ने गत वर्ष नवंबर में ओडिशा के भुवनेश्वर स्थित कलिंगा स्टेडियम में रूस को आसानी से हराकर टोक्यो ओलंपिक का टिकट पाया था। भारत 8 बार का ओलंपिक चैंपियन है और उसने ओलम्पिक में आखिरी बार स्वर्ण पदक 1980 के मॉस्को ओलंपिक में जीता था, लेकिन उसके बाद से भारतीय हॉकी को अपने पहले ओलंपिक पदक का इंतजार है।
जनवरी से जून 2020 के बीच चलने वाली इस प्रो लीग में 144 मैच खेले जाएंगे और दुनिया की श्रेष्ठ पुरुष और महिला टीमें खिताब जीतने का प्रयास करेगी। इस टूर्नामेंट का पहला संस्करण 2019 में हुआ था। वर्ष 2020 का संस्करण टोक्यो ओलंपिक को देखते हुए खासा महत्वपूर्ण हो गया है। 11 देशों में 20 स्थल प्रो लीग के मैचों की मेजबानी करेंगे।
भारतीय टीम को प्रो लीग के पहले विजेता और ओसनिया चैंपियन ऑस्ट्रेलिया (रैंकिंग-1), विश्व और यूरोपियन चैंपियन बेल्जियम (2), ओलंपिक चैंपियन अर्जेंटीना (4), हॉलैंड (3), जर्मनी (6), ब्रिटेन (7), स्पेन (8) और न्यूजीलैंड (9) से होम एंड अवे आधार पर भिड़ना है।