बार्टी ने रोलां गैरों में चेक गणराज्य की मार्केटा वोंड्रोसोवा को लगातार सेटों में 6-1, 6-3 से हराकर वर्ष का दूसरा ग्रैंड स्लैम अपने नाम किया। वह वर्ष 1973 में मार्गेट कोर्ट के बाद पहली ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अपने देश के लिए ग्रैंड स्लैम जीता है। इस खिताब के बाद वह डब्ल्यूटीए रैंकिंग में दुनिया की दूसरे नंबर की महिला खिलाड़ी बन गई हैं।
बार्टी की पूर्व क्रिकेट कोच ने उनका रोलां गैरों में फाइनल मैच देखने के बाद कहा, 'मैं अभी भी चकित हूं। बार्टी इस जीत की हकदार हैं, वह बहुत अच्छी इंसान और प्रतिस्पर्धात्मक खिलाड़ी हैं। उन्होंने मुझसे कहा था कि वह क्रिकेट में हाथ आज़माना चाहती हैं, तो मैंने उन्हें इसमें मदद की।'
उन्होंने बताया कि बार्टी ने पहली बार क्वींसलैंड क्रिकेट मैदान में सबसे पहले क्रिकेट खेला था। उन्होंने कहा, 'मैंने बार्टी को बॉलिंग मशीन पर 150 गेंदें डाली थीं। उन्होंने इसमें केवल दो या तीन ही चूकीं थीं। वह असाधारण खिलाड़ी हैं, लेकिन अब क्रिकेट पीछे छूट चुका है और वह ग्रैंड स्लैम चैंपियन हैं।