88,500 यूरो का नकद पुरस्कार : गुकेश ने टूर्नामेंट जीतने के साथ 88,500 यूरो (लगभग 78.5 लाख रुपये) का नकद पुरस्कार भी जीता। उम्मीदवारों की कुल पुरस्कार राशि 5,00,000 यूरो थी। गुकेश महान विश्वनाथन आनंद के बाद यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट जीतने वाले दूसरे भारतीय बने। पांच बार के विश्व चैंपियन आनंद की जीत 2014 में हुई थी।
फाइनल से पहले हराया था फिरोजा अलरेजा को : अपना आखिरी मुकाबला खेलने से पहले डी मुकेश ने फ्रांस के फिरोजा अलीरेजा को हराकर बढ़त हासिल की थी और टूर्नामेंट में 13 में से 8.5 अंक हासिल कर वह टूर्नामेंट में नेपोमनियाच्ची, नाकामुरा और अमेरिका के फैबियानो कारूआना से आधा अंक आगे हो गए थे।
22 की उम्र में जीते थे कास्परोव : रूसी खिलाड़ी गैरी कास्परोव ने 22 साल की उम्र में वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए क्वालिफाई किया था। उन्होंने 1984 में हम वतन अनातोली कारपोव को चुनौती देने के लिए क्वालिफाई किया था। गुकेश ने जीत के बाद कहा, 'बहुत खुशी हो रही है। मैं उस रोमांचक खेल (फैबियो कारुआना और इयान नेपोमनिआचची के बीच) को देख रहा था, फिर मैं अपने सहयोगी (ग्रिगोरी गैजेव्स्की) के साथ टहलने गया, मुझे लगता है कि इससे मदद मिली।'
Edited By Navin Rangiyal