भारत के शीर्ष पुरुष एकल शटलर एचएस प्रणय ने शुक्रवार को बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप के क्वार्टरफाइनल में पिछड़कर वापसी करते हुए गत विश्व चैंपियन विक्टर एक्सलसन को 2-1 से मात दी।
दुनिया के नौंवे नंबर के शटलर प्रणय ने एक घंटे आठ मिनट तक चली कांटे की टक्कर में विश्व के नंबर एक एक्सलसन को 13-21, 21-15, 21-16 से हराकर न सिर्फ सेमीफाइनल में प्रवेश किया, बल्कि अपने लिये कम से कम कांस्य पदक भी पक्का कर लिया। यह विश्व चैंपियनशिप में प्रणय का पहला पदक होगा।
डेनमार्क के एक्सलसन ने घरेलू दर्शकों के सामने मुकाबले की दमदार शुरुआत की और अपनी लंबी कदकाठी का फायदा उठाते हुए पहले गेम में तेज़ी से 10-3 की बढ़त बना ली। प्रणय ने दो अंक अपने पक्ष में किये लेकिन ज़ोरदार स्मैश खेलकर एक्सलसन ने छह अंक की बढ़त के साथ ब्रेक में प्रवेश किया।
ब्रेक के बाद प्रणय ने लंबी रैलियां खेलकर अपने प्रतिद्वंदी की बढ़त 11-15 तक कम की, हालांकि दो बार के विश्व चैंपियन एक्सलसन ने जल्द ही अपनी लय हासिल की और लगातार पांच अंक स्कोर करते हुए 21-13 से पहला गेम जीत लिया।
मलेशिया मास्टर्स 2023 के चैंपियन प्रणय ने दूसरे गेम में भी लंबी रैलियों की योजना बरक़रार रखी और उन्हें इसका फायदा भी मिला। इस गेम में एक्सलसन तेज़ स्मैश नहीं खेल सके जबकि भारतीय शटलर ने 11-9 की बढ़त के साथ ब्रेक में प्रवेश किया।ब्रेक के बाद एक्सलसन की अप्रत्याशित गलतियों से प्रणय ने 17-10 की बढ़त बनायी और धैर्य के साथ 21-15 पर गेम को खत्म किया।
निर्णायक गेम में प्रणय अपनी योजना पर टिके रहे लेकिन एक्सलसन ने अपनी लंबी कदकाठी का प्रयोग कर उन्हें कोर्ट के दोनों छोरों पर चुनौती दी। प्रणय गेम के शुरुआती चरण में एक्सलन की आक्रामकता के आगे संघर्ष करते हुए नज़र आये, हालांकि स्कोर 5-5 पर बराबर रहा। प्रणय ने इसके बाद तेज़ वापसी की और पलक झपकते ही ब्रेक तक 11-6 की बढ़त बना ली। उन्होंने ब्रेक के बाद भी एक्सलसन को हाथ खोलने का मौका नहीं दिया और 20-15 पर मैच पॉइंट हासिल कर लिया। प्रणय का एक शॉट कोर्ट के बाहर जा गिरा, लेकिन अगले शॉट पर एक्सलसन की गलती से भारतीय खिलाड़ी ने सेमीफाइनल का टिकट कटा लिया।
इससे पूर्व, विश्व की नंबर दो जोड़ी सात्विक-चिराग ने इससे पहले रासमुसेन-एस्ट्रप को छह में से पांच बार हराया था, हालांकि घरेलू दर्शकों के सामने डेनमार्क की इस जोड़ी ने मज़बूत शुरुआत की। सात्विक-चिराग की अप्रत्याशित गलतियों की बदौलत रासमुसेन-एस्ट्रप ने ब्रेक तक 11-6 की मज़बूत बढ़त बना ली। ब्रेक के बाद भारतीय जोड़ी की कोशिशों के बावजूद रासमुसेन-एस्ट्रप पहला गेम 21-18 से जीतने में सफल रहे।
मेज़बान जोड़ी का आक्रामक रवैया दूसरे गेम में भी बरक़रार रहा और उन्होंने इस बार ब्रेक तक 11-7 की बढ़त बना ली। ब्रेक के बाद सात्विक-चिराग के बीच अधिक समन्वय देखने को मिला। भारतीय जोड़ी जब 14-10 से पीछे थी तब उन्होंने अगले पांच में से चार पॉइंट अपने पक्ष में करते हुए स्कोर 15-15 पर बराबर कर लिया।
मेज़बान युगल ने एक पॉइंट की बढ़त ली लेकिन सात्विक ने नेट पर अपने विपक्षियों से गलती करवाते हुए स्कोर बराबर रखा। भारतीय जोड़ी ने इस समय तक अच्छी वापसी की थी लेकिन एस्ट्रप-रैसमुसन ने अधिक अनुशासन दिखाकर 18-16 की बढ़त बनायी और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा।
पुरुष एकल खिलाड़ी एचएस प्रणय अब विश्व चैंपियनशिप में एकमात्र भारतीय बचे हैं। वह आज गत विश्व चैंपियन विक्टर एक्सलसन के खिलाफ कोर्ट पर उतरेंगे।(एजेंसी)