आईलीग में 'खेल की अनिश्चितता और प्रतिस्पर्धा' के साथ खिलाड़ियों के अच्छे प्रदर्शन ने इस डर को दूर कर दिया है कि इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) की प्रतिद्वंदिता के कारण यह टूर्नामेंट अपनी प्रासंगिकता खो रहा है। धर ने कहा, इस साल आईलीग की खासियत इसकी अनिश्चितता और प्रतिद्वंदिता है।
जो टीम तालिका में निचले पायदान पर संघर्ष कर रही है, वह किसी भी दिन किसी बड़ी टीम को हरा सकती है, जो दर्शकों को आकर्षित करता है और वे इसकी चर्चा करते हैं। धर का इशारा जाइंट किलर्स के नाम से जाने-जाने वाले गोकुलम एफसी की तरफ था, जिसके हालिया प्रदर्शन ने खिताब के दावेदार मिनर्वा पंजाब एफसी और ईस्ट बंगाल को हैरान किया है और खिताब के अभी भी तीन दावेदार हैं।
पिछले साल भी लीग के विजेता का फैसला आखिरी मैचों में हुआ था। टूर्नामेंट में पदार्पण कर रहे नेरोका एफसी के भी खिताब जीतने की संभावनाएं कायम है, जिससे अस्तित्व खो रही लीग में नया आयाम जुड़ा है। धर ने कहा, मिनर्वा को देखिए उनके पास चार या पांच प्रायोजक हैं।
धर ने कहा, वह ऐसा क्लब है, जिसने पिछले साल अच्छा प्रदर्शन नहीं किया लेकिन फिर भी प्रायोजकों को लुभाने में कामयाब रहे और इस साल उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। मैं आश्वस्त हूं कि इससे प्रायोजक काफी खुश होंगे और ज्यादा से ज्यादा प्रायोजक जुड़ेंगे।
उन्होंने जमीनी स्तर पर इस खेल को बढ़ावा देने के लिए चेन्नई सिटी और गोकुलम केरल की भी तारीफ की। धर ने कहा, चेन्नई और गोकुलम को देखिए, उनके पास कम प्रायोजक हैं और वे जमीनी स्तर पर खेल को बढ़ावा देने के लिए निवेश कर रहे, जो काफी अच्छा बदलाव है। यह सब भारतीय फुटबॉल के लिए अच्छा है। (भाषा)