मांडविया ने यहां एसपी कॉलेज में विकसित भारत एंबेसडर - युवा कनेक्ट पहल पर बोलते हुए कहा, विकसित भारत में खेल क्षेत्र को विशेष प्रोत्साहन दिए जाने की जरूरत है क्योंकि हमारा लक्ष्य हर क्षेत्र में खुद को विकसित करना है।
उन्होंने कहा, 2047 तक हमारा लक्ष्य खेलों में शीर्ष पांच देशों में शामिल होना है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कि हमें सुनिश्चित करना होगा कि हम 2047 का मौका नहीं चूकें। हमें विश्व स्तरीय खिलाड़ी तैयार करने होंगे।
खेल मंत्री ने कहा, ऐसी प्रतिभाओं को विकसित करने के लिए हमने खेलो इंडिया की शुरुआत की। खेलो इंडिया की मदद से युवा खिलाड़ियों को खेलने के अवसर मिलने चाहिए। हमें खेल प्रतिभाओं की पहचान करनी होगी और उन्हें आवश्यक सुविधाएं प्रदान करनी होंगी। आने वाले दिनों में ये प्रतिभाएं स्वप्निल कुसाले (Swapnil Kusale) जैसी खिलाड़ी बनेंगी।