‘सिगनोर मेदिकोट’ नाम के घोड़े पर सवार मिर्जा ने ड्रेसेज और क्रास कंट्री क्वालीफायर्स में 22.40 के स्कोर के साथ पहले स्थान पर रहते हुए जंपिंग फाइनल्स में प्रवेश किया। उन्होंने जंपिग फाइनल्स में 26.40 के स्कोर के साथ रजत पदक जीता। जापान के ओइवा योशियाकी ने 22.70 के स्कोर के साथ स्वर्ण जबकि चीन के अलेक्स ह्यून तियान (27.10) ने कांस्य पदक जीता।
मिर्जा के शानदार प्रदर्शन के सहारे भारत ने टीम स्पर्धा में भी रजत पदक हासिल किया। इस टीम में मिर्जा के अलावा जितेंदर सिंह, आकाश मलिक और राकेश कुमार शामिल थे। भारतीय टीम का कुल स्कोर 121.30 रहा। जापान (82.40) ने स्वर्ण और थाईलैंड (126.70) ने कांस्य पदक जीता।
भारत ने इससे पहले एशियाई खेलों की घुड़सवारी में तीन स्वर्ण सहित दस पदक जीते हैं लेकिन इस खेल में भारत की तरफ से मिर्जा से पहले आखिरी व्यक्तिगत पदक 1982 में दिल्ली एशियाई खेलों में जीते गए थे। तब रघुवीर सिंह ने स्वर्ण पदक जीता था जबकि भारत के गुलाम मोहम्मद खान ने रजत और प्रहलाद सिंह ने कांस्य पदक हासिल किया था। (भाषा)